रियाद
सऊदी अरब ने एक बड़ा फैसला लेते हुए 4 महिला कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया है। ये महिलाएं विदेशी मीडिया, राजनियकों और मानवाधिकार संगठनों के संपर्क में रहने सहित कई अन्य आरोपों के चलते जेल में बंद थीं। इसके साथ ही रिहा की गई महिलाओं की संख्या 7 हो गई है। सऊदी अरब ने 11 महिला अधिकार कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया था। रिहाई के बाद कुछ महिलाओं ने पूछताछ अधिकारियों पर जेल के दौरान यौन उत्पीड़न और यातना देने का आरोप लगाया है। सऊदी अरब ने हिरासत में ली गई कम से कम 4 महिला अधिकार कार्यकर्ताओं को रिहा कर दिया।
लंदन स्थित एक मानवाधिकार संगठन ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इन महिलाओं को अस्थायी रूप से रिहा किया गया है। मानवाधिकार संगठन एलक्यूएसटी ने ट्विटर पर जानकारी दी कि ‘हातून अल-फस्सी, अमल अल-हरबी, म्यासा अल-मानेया और अबीर नमनकानी नामक चार महिलाओं को अस्थायी रूप से रिहा कर दिया गया। आपको बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर एमनेस्टी इंटरनेशनल के प्रदर्शनकारियों ने सऊदी अधिकारियों से जेल में बंद महिला अधिकार कार्यकर्ताओं को रिहा करने का आग्रह किया था।
रिहा हुई महिलाओं को मीडिया से बातचीत की अनुमति नहीं थी, लेकिन खबरों में बताया गया है कि महिलाओं ने कुछ अधिकारियों पर जेल में यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। महिलाओं की रिहाई के लिए अभियान चलाने वालों ने कहा कि अधिकारियों ने महिला कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई करते हुए दो अमरीकी नागरिकों सहित नौ लेखकों और शिक्षाविदों को गिरफ्तार किया था। कुछ महिला कार्यकर्ताओं ने बताया है कि उन्हें हिरासत में हुए जुल्मों पर चुप रहने के लिए सऊदी राज्य के करीबी लोगों द्वारा दबाव डाला जा रहा था।