जालंधर
रमजान का पवित्र महीना एक बार फिर अपनी सारी रहमतों और बरकतों के साथ हम पर जलवा अफरोज होने वाला है। इस संबंध में कांग्रेस माइनॉरिटी सैल के महासचिव अख्तर सलमानी, ऑल इंडिया जमात-ए-सलमानी बिरादरी के राष्ट्रीय महासचिव याकिब जावेद सलमानी और कांग्रेस दोआबा जोन के प्रभारी अय्यूब सलमानी पंजाब केसरी समूह के ज्वाइंट डायरैक्टर अभिजय चोपड़ा से मिले और उनके हाथों सहरी व इफ्तारी (रोजा रखने और खोलने) का टाइम-टेबल रिलीज कराया।
श्री अभिजय चोपड़ा ने मुस्लिम भाईचारे को रमजान की बधाई दी व कहा कि रमजान मुसलमानों का एक पवित्र महीना है। इस महीने में पंजाब में गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल देखने को मिलती है जहां हर धर्म के लोग इफ्तार पार्टियों में शामिल होकर आपसी भाइचारे को बढ़ावा देते हैं। उल्लेखनीय है कि 6 मई से पवित्र रमजान का महीना शुरू हो रहा है। जान-बूझकर खा-पी लेना, बीबी के साथ हमबिस्तर होना, दांतों में अटकी हुई चीज चने के बराबर या उससे ज्यादा को निगल जाना, नाक या कान में दवा डालना, बीड़ी-सिगरेट, हुक्का पीना, मुंह से निकलने वाला खून जो थूक के साथ निगलना, पानी से कुल्ली करते वक्त या कोई चीज चखना, माहवारी आना आदि।
भूल से रोजा तोडऩे वाला कोई काम कर लेना, सुरमा लगाना, आंखों में दवा या पानी डालना, इंजैक्शन लगवाना, बालों में तेल लगाना, थूक निगलना, खुशबू सूंघना, हलक के अंदर मक्खी-मच्छर, धुआं-गर्द-गुब्बार बगैर इरादे चले जाना, दांतों में अटकी चीज वगैरह इरादे के हलक से नीचे उतर जाना, उलटी करना, नाक से सुरकना आदि। नबी एक करीम स.ए.व. का इरशाद है कि रमजान-उल-मुबारक बड़ी बरकतों वाला महीना है। अल्लाह तआला ने उसके रोजे को फर्ज फरमाया और रात के तरावीह को बड़ा सवाब वाला बताया है। इस महीने में नफिल का सवाब फर्ज के बराबर और एक फर्ज का सवाब 70 फर्जों के बराबर कर दिया जाता है।