मानसा
हाल ही में आम आदमी पार्टी के मानसा हलके से विधायक नाजर सिंह मानशाहिया द्वारा विधायक ओहदे से इस्तीफा देकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की हाजिरी में कांग्रेस में शामिल होने पर आम आदमी पार्टी के प्रांतीय प्रधान भगवंत मान की तरफ से लगाए आरोपों के तहत नाजर सिंह मानशाहिया ने भगवंत मान को 50 लाख रुपए का मानहानि नोटिस भेजा है।
कांग्रेस में शामिल होने पर नाजर सिंह मानशाहिया बारे भगवंत मान ने कहा कि उनकी तरफ से 10 करोड़ रुपए और पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की चेयरमैनी हासिल करने के लिए कांग्रेस में शामिल हुए हैं, जिसको लेकर आज नाजर सिंह मानशाहिया ने यहां प्रैस-कॉफ्रैंस दौरान इसका जवाब देते इस आरोप को आधारहीन करार देते हुए कहा कि राज्य भर में पार्टी को तोडऩे वाला भगवंत मान आज मुझ पर इल्जाम लगा रहा है कि मैं पैसों और ओहदों खातिर बिक गया हूं। उन्होंने बताया कि इन दोषों के लिए उनकी तरफ से भगवंत मान को 50 लाख रुपए का मानहानि का नोटिस भेजा गया है, नहीं तो वह इन दोषों के लिए जनतक तौर पर माफी मांगें।
भगवंत मान पर निशाना साधते कहा कि सी.एम. बनने का सपना देखे बैठे भगवंत मान वास्तव में एक पार्टी की अध्यक्षता के भी काबिल नहीं हैं, क्योंकि उनकी अध्यक्षता में ही पार्टी पहले दो-फाड़ हो गई और फिर पार्टी ने खुदकुशी कर ली है। भगवंत मान की तरफ से लगाए दोषों के संबंध में मानशाहिया ने कहा कि इससे पहले कि वह खुद कुछ कहें, उनकी ही पार्टी के 3 विधायक कंवर संधू, पिरमल सिंह खालसा और अमरजीत सिंह संदोहा बीते दिनों इस खबर का खंडन कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि भगवंत मान को यह समझ लेना चाहिए कि लोग भी इस बात से भली-भांति अवगत हो गए हैं कि उन्होंने अपने निजी फायदों के कारण एक क्रांति का कत्ल किया है।