वॉशिंगटन
दुनिया के अन्य देशों की
तरह अमेरिका भी कोरोना वायरस महामारी की चपेट में है। न्यूयॉर्क सिटी में मरने
वालों की संख्या 3,200 पार कर गई। कोरोना से मरने वालों का यह आंकड़ा 9/11 को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले में मरने वालों की
संख्या से ज्यादा पहुंच गई। न्यूयॉर्क सिटी में आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस
से कम से कम 3,202 लोगों की मौत हो चुकी है। 11 सितंबर 2001 को अमेरिकी धरती पर हुए
सबसे घातक आतंकी हमले में न्यूयॉर्क सिटी में 2,753 लोग मरे थे। न्यूयॉर्क
में कोरोना वायरस के मरीजों की लगातार बढ़ती तादाद को देखते हुए लॉकडाउन की मियाद 29 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। न्यूयॉर्क के गवर्नर
एंड्रयू कुओमो ने इसकी घोषणा की है। न्यूयॉर्क अमेरिका में कोरोना वायरस महामारी
का केंद्र बना हुआ है। यहां सबसे ज्यादा मरीज सामने आए हैं। मृतकों की संख्या भी
लगातार बढ़ रही है। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के 398,785 पुष्ट मामले सामने आ चुके हैं। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वह
विश्व स्वास्थ्य संगठन पर बड़ी रोक लगाने जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के इस निकाय
के फंडिंग का बड़ा स्रोत अमेरिका है। ‘अमेरिका पहले’ का नारा देने वाले डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘हम डब्ल्यूएचओ पर खर्च किए जाने वाले धन पर रोक लगाने
जा रहे हैं।’ ट्रंप पहले भी संयुक्त राष्ट्र के तहत काम करने वाली
एजेंसियों को निशाने पर ले चुके हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने इस बारे
में कोई जानकारी नहीं दी कि डब्ल्यूएचओ के लिए खर्च किए जाने वाले कितने पैसे पर
रोक लगाएंगे। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “मैं यह
नहीं कह रहा कि मैं यह करने जा रहा हूं।” उन्होंने कहा, ‘हम फंडिंग खत्म करने पर विचार करेंगे।’ डोनाल्ड ट्रंप के मुताबिक डब्ल्यूएचओ “चीन की ओर
बहुत पक्षपाती प्रतीत होता है। यह सही नहीं है।”