शिमला
हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर कहा कि भाजपा के चारों प्रत्याशियों ने अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है और नामांकन के दौरान जो जनसैलाब उमड़ा है उससे जाहिर होता है कि प्रदेश की चारों सीटों पर भाजपा पिछली बार से भी ज्यादा वोट प्रतिशत से जीत दर्ज करेगी। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को हाशिये पर धकेला जा रहा है और आनंद शर्मा को प्रदेश में उभारने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह पहले ही कह चुके हैं कि लोकसभा चुनावों में उनकी कोई रुचि नहीं है और प्रत्याशियों के नाम फाइनल करने पर भी उनकी राय नहीं ली गई है, जिससे साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस पार्टी के नेता एक-दूसरे को निपटाने के लिए लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
वीरभद्र सिंह सुखराम को आया राम गया राम कह रहे हैं। जनसभा में सुखराम और आश्रय शर्मा रोने का नाटक कर रहे हैं और वीरभद्र सिंह अपने ही नेताओं के खिलाफ बोल रहे हैं। जिस तरह से हमीरपुर में वीरभद्र सिंह ने कहा है कि अब कांग्रेस का सारा गंद साफ हो गया है, जिसे सुनकर आनंद शर्मा और सुखविंदर सुक्खू ने स्टेज छोड़ दिया। सुक्खू को पार्टी में रहने का कोई औचित्य नहीं बनता है। वहीं विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री केवल मात्र अखबारी नेता बनकर रह गए हैं। उनकी कोई बात सुनी नहीं जा रही है।
आनंद शर्मा नए नेता के रूप में उभारे जा रहे हैं जिनका प्रदेश में कोई खास अस्तित्व नही है। आनंद शर्मा ने केवल एक बार विधानसभा चुनाव लड़ा था,जिसमें उनको हार का मुंह देखना पड़ा था।उन्होंने कहा कि जिस तरह से वीरभद्र सिंह ने सुक्खू को गंद और मक्करझंडू बोल कर जनसभा में अपमानित किया है अगर सुक्खू में थोड़ा भी आत्म सम्मान बचा है तो वे कांग्रेस को छोड़कर बाहर आ जाएं। यदि वे पार्टी छोड़कर आते हंै तो उसके बाद भाजपा उनका पार्टी में स्वागत करने पर विचार कर सकती है। वहीं मंडी लोकसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप शर्मा के नामांकन के साथ कवरिंग कैंडिडेट के रूप में पर्चा दाखिल करने पर सुरेश भारद्वाज ने कहा कि एहतियात के तौर पर सीट में कवरिंग कैंडिडेट दिया गया है क्योंकि आयकर रिटर्न न भर पाने पर कुछ कानूनी अड़चन सामने आ सकती है।