नई दिल्ली
उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई पर एक महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। इस मामले पर आज सुनवाई शुरू हो गई है। न्यायालय में वकील उत्सव बैंस ने एक और हलफनामा दायर किया है और सीलबंद लिफाफे मे सबूत सौंपे हैं। उत्सव ने कहा कि वह एक और हलफनामा देकर अदालत को बताना चाहते हैं को वह इस पूरे मामले में किसी जज या उनके रिश्तेदार पर असर नहीं डालने वाले हैं।
न्यायालय ने कहा कि जिस तरीके से इस संस्था से पेश आया जा रहा है, हम उससे नाराज हैं। यदि ऐसा होगा तो हम काम नहीं कर पाएंगे। न्यायालय ने प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ षड्यंत्र संबंधी वकील के दावों पर कहा कि इस संस्था को बदनाम करने के लिए एक सोचा समझा हमला किया जा रहा है और सोचा समझा खेल खेला जा रहा है।
न्यायालय ने प्रधान न्यायाधीश के खिलाफ षड्यंत्र को लेकर वकील के दावों पर पूछा कि क्या देश में अमीर और ताकतवर लोग यह सोचते हैं कि वे उच्चतम न्यायालय को हाथों की कठपुतली बना सकते हैं? न्यायालय ने कहा कि चार से पांच प्रतिशत वकील ऐसे हैं जो इस महान संस्था को बदनाम कर रहे हैं। मामले पर अदालत दो बजे फैसला दे सकता है।