अपराधियों में कानून का भय नहीं: बृजमोहन
रायपुर
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं रायपुर विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मेरे सहयोगी साथी डॉ. जीवन जलक्षत्री की भाठागांव स्थित उनके क्लिनिक में दिनदहाड़े चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई।इस घटना से मैं दु:खी भी हु और आक्रोशित भी। राजधानी में भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ का वरिष्ठ पदाधिकारी एक प्रतिष्ठित व्यक्ति की ऐसी नृशंस हत्या यहा के बदहाल कानून व्यवस्था को बयां कर रहा है। हम देख रहे है कि अपराधियों में कानून का भय बिल्कुल भी नही है। अब तो दिन प्रतिदिन ऐसी घटनाएं घट रही है। सवाल यह उठ रहा है कि हमारा शांत छत्तीसगढ़ प्रदेश किस ओर जा रहा है? सुरक्षित माहौल यहा क्यों नही बन पा रहा यह चिंतन का विषय है। जीवन जलछत्री के दिनदहाड़े की गई हत्या ने राजधानी रायपुर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए है। उन्होंने कहा कि 10 दिन पहले विधानसभा में प्रदेश के गृहमंत्री पिछले 1 साल के अपराध का आंकड़े प्रस्तुत करते है जिसमे राजधानी रायपुर में सर्वाधिक 85 हत्याओं की जानकारी वो देते है। बावजूद राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त नही की जाती।
अंतिम यात्रा में शामिल हुए बृजमोहन : बृजमोहन अग्रवाल आज डॉ. जीवन जलक्षत्री के अंतिम यात्रा में शामिल हुए। अंतिम यात्रा में हज़ारों की संख्या में लोग शामिल थे। इस अवसर पर अश्रुपूरित श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। एक शांत-सौम्य, मृदुभाषी हर किसी को सहयोग करने आगे आने वाला वह भाजपा का वह निष्ठावान सिपाही था। इस तरह उसका गुजरना बहुत ही पीड़ादायक है। ईश्वर से यही प्रार्थना करता हूँ कि उसके परिवार व सभी स्नेहीजनों को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें एवं मृतात्मा को श्रीचरणों में स्थान मिले। बृजमोहन ने कहा-नशे का व्यापार बंद करे सरकार : बृजमोहन ने कहा कि रायपुर शहर में नशे का कारोबार धड़ल्लेसे चल रहा है। छोटी-छोटी दुकानों में नशीली गोलियां बिक रही है। युवा पीढ़ी बहककर धीरे-धीरे नशे की गिरफ्त में फंसते हुए अपराध की तरफ बढ़ता जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि भाठागांव में चल रही शराब दुकान बंद करने के लिए कई पत्र सरकार को लिखे है बावजूद कार्रवाई नही हुई है। इस शराब दुकान के चलते पूरा क्षेत्र अशांत हो रहा है।
भाठागांव में डॉ.जीवन जलक्षत्री की हत्या मामले के आरोपित अरुण ध्रुव की शिकायत पर पुरानी बस्ती पुलिस ने करीब 20 लोगों के खिलाफ बलवा, मारपीट का केस दर्ज किया है। दरअसल हत्या के बाद अरुण ध्रुव, दीपक विश्वकर्मा और संजय ध्रुव आछी तालाब के पास श्मशानघाट के पीछे छिप गए थे। इस दौरान आरोपितों को भागते हुए कुछ लोगों ने देख लिया था। पीछा कर वे श्मसानघाट पहुंचे और तीनों को पकड़कर उनकी जमकर धुनाई कर दी थी। अंधेरा होने के कारण मारपीट करने वालों को आरोपित पहचान नहीं पाए। उसी समय पुलिस की पेट्रोलिंग गाड़ी आती देखकर मारपीट करने वाले भाग निकले। पुलिस ने ही तीनों को घायल हालत में आंबेडकर अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया। छिर्रापारा गणेश चौक, भाठागांव निवासी पेशे से मजदूर अरूण ध्रुव ने पुलिस को बताया कि 6 महीने पहले उसकी बाइक से एक लड़का टकरा गया था। उस समय डॉ.जीवनलाल जलक्षत्री ने झापड़ मारा था। इसके बाद से वह घूरकर देखता था। दोस्त दीपक विश्वकर्मा से गाली-गलौज कर उसने मारपीट की थी। होली के भी हम लोगो को बाजार चौक के पास देखकर डाटकर भगा दिया था। इसी बात से नाराज होकर बदला लेने चारों ने बाइक से झिट, जामगांव(पाटन) गए। वहां शराब पीकर डा.जलक्षत्री की हत्या की योजना बनाई। फिर भाठागांव बाजार चौक के पास आकर सीधे क्लीनिक में घुसकर चाकू, कैंची से हमला कर भागने लगे, तब कुछ लोगों ने पीछाकर पकड़ लिया। हाथ-मुक्का, डंडे से बुरी तरह पीटकर अधमरा कर दिया।