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Tuesday, April 30, 2024

कोरोना का कहर: जम्मू संभाग में 1 और कश्मीर में 19 नए केस, प्रदेश में मरीजों की संख्या बढ़कर 427 हुई

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जम्मू न्यूज़

केंद्र शासित प्रदेश के कश्मीर संभाग में कोरोना संक्रमण का दायरा लगातार बढ़ रहा है। आज यानी कि गुरुवार को घाटी में 19 नए मामले सामने आए हैं। वहीं जम्मू संभाग में भी एक नया संक्रमित पाया गया है। इसी के साथ प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 427 हो गई है। इसमें से 370 मामले कश्मीर व 57 मामले जम्मू संभाग के हैं। इससे पहले कश्मीर संभाग में बुधवार को 27 नए संक्रमित पाए गए थे। इनमें से 25 संक्रमित श्रीनगर के स्किम्स में और 2 चेस्ट डिजीज (सीडी) अस्पताल में मिले थे। इनमें शोपिया से 14, बांदीपोरा से 7, कुपवाड़ा से 4, बारामुला और अनंतनाग से एक-एक मामला शामिल है। चिंताजनक यह है कि 27 नए मामलों में शोपियां जिले के सभी 14 मामले एक ही गांव हिरपुरा के हैं। मंगलवार को भी इसी गांव में आठ संक्रमित पाए गए थे। पहले भी 12 मामले यहीं पर ट्रेस किए गए थे। बांदीपोरा जिले के गुंड जहांगीर के 41 मामलों के बाद शोपियां के हिरपुरा गांव में सबसे ज्यादा मामले मिले हैं। शोपियां में कुल 46 संक्रमित मामले पाए गए हैं, जिनमें से 44 एक्टिव हैं, जबकि दो ठीक हो चुके हैं। 44 सक्रिय मामलों में से 34 हिरपुरा गांव के हैं। दूसरी ओर स्वास्थ्य निदेशक, कश्मीर डॉ. समीर मट्टू का कहना है कि बांदीपोरा जिले के गुंड जहांगीर गांव के एक ही परिवार के 11 लोग पहले से संक्रमित थे। इनके संपर्क में आने से गांव के अन्य लोग संक्रमित हुए हैं। कश्मीर में एक हफ्ते बाद कोरोना संक्रमण के मामलों में अचानक बढ़ोतरी हुई है। बुधवार को कश्मीर संभाग में एक साथ 27 मामले आए, जो पिछले एक हफ्ते में सबसे अधिक हैं। इससे पहले 21 अप्रैल को कश्मीर संभाग में 11, 20 अप्रैल को 18, 19 अप्रैल को 8, 18 अप्रैल को 13, 17 अप्रैल को 14 और 15 अप्रैल को 18 लोग संक्रमित पाए गए थे। उधर, हिरपुरा गांव में बढ़ रहे मामलों को स्थानीय लोग प्रशासन की लापरवाही बता रहे हैं। गांव के सरपंच एजाज अहमद शेख ने बताया कि सबसे पहले गांव के चार तब्लीगी संक्रमित पाए गए गए थे। बावजूद इसके प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया। एजाज के अनुसार, संक्रमित मामले सामने आने के बाद गांव को केवल एक बार प्रशासन के लोग सैनिटाइज करने आए थे। इसमें भी गंदे पानी का छिड़काव किया गया। दिल्ली के मरकज में शामिल होने वाले लोगों के वानी मोहल्ला को अच्छे से सैनिटाइज नहीं किया गया। उनका आरोप है कि प्रशासन यहां लॉकडाउन को सफल बनाने में भी नाकाम रहा है। सिर्फ कुछ मेडिकल टीमें आती हैं और संक्रमित मरीजों के परिवार वालों को ले जाती है।

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