दुर्गापुर
भाजपा बंगाल में धर्म के नाम पर लोगों को बांटने की सियासत कर रही है। उनकी यह सियासत यहां नहीं चलेगी। गुरुवार को वीरभूम संसदीय क्षेत्र के सिउड़ी में पार्टी प्रत्याशी शताब्दी रॉय के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र की सत्ता पर काबिज पार्टी पर फिर जमकर निशाना साधा। ‘भगवा पार्टी अपने पक्ष में वोट सुनिश्चित करने के लिए बंदूक और गुंडों का आयात कर रही है ताकि किसी भी तरह से राज्य में शांतिपूर्ण तरीके से चल रही मतदान की प्रक्रिया को प्रभावित किया जा सके लेकिन हम ऐसी स्थिति पैदा नहीं करने देंगे।
काले धन को सफेद करने के लिए जबरन लोगों पर नोटबंदी थोपकर मोदी ने रुपये इकट्ठा किए और आज उन्हीं रुपयों से राज्य में वोटरों को खरीदने की कोशिश की जा रही है लेकिन मोदी के नुमाइंदे शायद यह नहीं जानते कि बंगाल के लोगों को रुपये देकर कोई खरीद नहीं सकता।
अबकी बार मोदी की विदाई तय है और केंद्र में बनने जा रही अगली सरकार में बंगाल की भूमिका अहम होगी। वहीं उन्होंने एक बार फिर एनआरसी को मोदी सरकार का सियासी चाल करार देते हुए कहा कि मोदी कुछ भी कर लें, वे बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होने देंगी। मुख्यमंत्री ने बर्द्धमान दुर्गापुर संसदीय क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी डॉ. ममताज संघमिता के समर्थन में रोड शो किया। ‘सालभर कुछ लोग गायब रहते हैं और चुनाव के समय बसंत की कोयल की तरह वोट मागने आ जाते हैं। पहले खुद को चायवाला कहते थे, अब चौकीदार कह रहे हैं। हमें देश का वफादार चाहिए।
इज्जतदार एवं इंसानियत के साथ इंसाफ करने वाला पीएम चाहिए। हमें गाधीजी, नेताजी, अबुल कलाम आजाद और अंबेडकर जैसा नेता चाहिए। हमें भाजपा व मोदी नहीं चाहिए। नोटबंदी की तरह भाजपा को भी खारिज कर देना चाहिए। मोदी के पास बोलने को कुछ नहीं है। पांच साल उन्होंने कोई काम नहीं किया और अब कहते हैं कि दीदी ने क्या किया? हमलोगों ने आठ साल में बंगाल में जो विकास कार्य कर दिखाया है, उतना 70 साल में बंगाल में किसी और ने नहीं किया। डॉ. विधानचंद्र राय ने एक-दो काम किए थे, लेकिन उस समय नया देश बना था। उस समय कुछ करना ही था। अगर भाजपा सत्ता में रही तो संविधान को बदल देगी। अब चुनाव के समय धर्म की शिक्षा वे लोग दे रहे हैं, जो धर्म को नहीं जानते। मोदी यहा आकर जितना गुस्सा दिखाएंगे, मैं उतना ही गरजूंगी।