नई दिल्ली न्यूज़ : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार यानी आज विशेष आर्थिक पैकेज की पांचवीं और आखिरी किस्त की घोषणा की। आर्थिक पैकेज से जुड़ा प्रेस कॉन्फ्रेंस रोजाना शाम 4 बजे होता था। हालांकि यह आज सुबह 11 बजे की गई। इस दौरान वित्त मंत्री ने कहा कि इस पैकेज में लैंड, लेबर, लॉ, लिक्विडिटी पर जोर दिया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की योजना मनरेगा के बजट में बड़ा इजाफा किया है। वित्त मंत्री ने कहा कि ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) का बजट 40 हजार करोड़ रुपये बढ़ा दिया गया है। पहले मनरेगा का बजट 61 हजार करोड़ रुपये था, अब इसमें 40 हजार करोड़ का इजाफा किया गया है। इससे अपने गांव वापस जा रहे प्रवासी मजदूरों को काम मिल सकेगा।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मनरेगा के लिए पहले ही बजट में 61,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। अब इस आवंटन को उससे ऊपर 40,000 करोड़ रुपये बढ़ाया जा रहा है। इसके अलावा, स्वास्थ्य पर सार्वजनिक व्यय में वृद्धि की जाएगी। वित्त मंत्री ने कहा कि जमीनी स्तर पर स्वास्थ्य संस्थानों में निवेश बढ़ाया जाएगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि मजदूरों को घर ले जाने के लिए प्रवासी श्रमिक ट्रेनें चलाई गई हैं। मजदूरों को ट्रेनों से ले जाने का 85 फीसदी खर्च केंद्र सरकार जबकि 15 फीसदी खर्च राज्य सरकारों ने वहन किया है। श्रमिकों को ट्रेनों में खाना भी उपलब्ध कराया गया। 8 करोड़ प्रवासी मजदूरों के लिए राशन की व्यवस्था की गई है।