चंडीगढ़ न्यूज़
कोरोना वायरस के कारण देशव्यापी लॉकडाउन में 20 अप्रैल से दी गई रियायतों के बाद पंजाब में औद्योगिक इकाइयों में धीरे-धीरे काम शुरू हो गया है। इन रियायतों के पहले तीन दिन में ही पंजाब में 71483 श्रमिक विभिन्न औद्योगिक गतिविधियों में जुट गए हैं। उद्योग विभाग के अनुसार रियायतें मिलने के सिर्फ दो दिन में ही राज्य में 3108 औद्योगिक इकाइयों ने काम करना शुरू कर दिया है।
उद्योगों के अलावा अब ग्रामीण क्षेत्रों में 1592 ईंट भट्ठों में भी उत्पादन शुरू हो चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण गतिविधियों की मंजूरी मिलने के बाद राज्य में 430 निर्माण स्थलों पर निर्माण कार्य चल रहे हैं। राज्य में शुरू हुई औद्योगिक इकाइयों में लुधियाना में 821, मोगा में 403, बरनाला में 383, फरीदकोट में 357, फिरोजपुर में 288, फाजिल्का में 198, मोहाली में 124 और संगरूर में 100 औद्योगिक इकाइयों के साथ सभी जिलों में कुछ औद्योगिक इकाइयां खुल गई हैं।
निर्माण क्षेत्र की गतिविधियां शुरू करने में बठिंडा ने तेजी से गति पकड़ी है। राज्य में 430 निर्माण स्थलों में काम शुरू हुआ है, जिनमें से 355 सिर्फ बठिंडा में हैं। इसके अलावा संगरूर में 34, पठानकोट में 13, लुधियाना में 7, अमृतसर और फरीदकोट में 5-5, मोगा व मोहाली में 3-3, कपूरथला में 2 और फिरोजपुर, नवांशहर व मानसा में 1-1 निर्माण स्थलों पर काम चल रहा है।
अन्य राज्यों से आए मजदूरों को काम देने के मामले में लुधियाना में सबसे अधिक 32198 श्रमिकों को काम मिला है। बठिंडा में 22000 नवांशहर में 8520, जालंधर में 7950 और अमृतसर में 640 श्रमिक कार्य स्थलों पर पहुंच गए हैं। कोरोना से बचाव के लिए पिछले 30 दिन से देश भर में जारी लॉकडाउन के चलते अन्य राज्यों से आए श्रमिकों के रोजगार व औद्योगिक उत्पादन को वापस पटरी पर लाने के लिए यह कदम अहम रहेगा।