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Friday, May 3, 2024

कोरोना वायरस: बिहार मूल के NRI देवेश रंजन ने बनाया दुनिया का सबसे सस्ता पोर्टेबल वेंटिलेटर

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नालंदा समाचार : पूरी दुनिया वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से जूझ रही है। ऐसे में हर देश इसके इलाज की तकनीक को ढूंढने में व्यस्त है। वहीं एक सुखद खबर यह है कि एक बिहारी प्रवासी ने दुनिया का सबसे सस्ता वेंटिलेटर बनाया है। इस वेंटिलेटर की कीमत मात्र साढ़े सात हजार रुपये है। बिहार के रहने वाले प्रोफ़ेसर देवेश रंजन ने इस पोर्टेबल वेंटीलेटर को अपनी टीम के साथ बनाया है। जो बहुत ही कारगर है। कोरोना वायरस को हराने और लोगों को राहत देने के लिए दुनियाभर में कोशिशें जारी हैं। लेकिन बिहार के नालंदा जिला के बेन प्रखंड के बड़की आट गांव के रहने वाले देवेश रंजन ने इस वेंटीलेटर को बनाया है। देवेश फिलहाल अमेरिका के जॉर्जिया में रहते हैं। देवेश रंजन जॉर्ज डब्ल्यू वुड्रफ स्कूल ऑफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग में प्रोफेसर हैं। जबसे कोरोना संक्रमण का दौर चला है। तब से प्रोफेसर देवेश ने अपनी टीम के साथ एक सस्ता पोर्टेबल वेंटिलेटर बनाने की सोची। यह एक ओपन एयरवेंट जीटी वेंटिलेटर है। यह वेंटीलेटर एक्यूट रेस्पिरेट्री डिस्ट्रेस सिंड्रोम के इलाज के लिए बनाया गया है। कोरोना वायरस के संक्रमण में मरीजों में यही सिंड्रोम बड़ी समस्या बनकर सामने आया है। इसके चलते फेफड़े सख्त हो जाते हैं और सांस लेने में दिक्कत होती है। इस वजह से मरीज को वेंटीलेटर की जरूरत पड़ती है। प्रोफेसर देवेश रंजन ने बताया कि कम कीमत के वेंटिलेटर का आविष्कार हम लोगों ने इस वजह से किया कि भारत जैसे विकासशील देश बड़ी संख्या में महंगा वेंटिलेटर अफोर्ड नहीं कर सकते हैं। ऐसे में भारत के लिए लो कॉस्ट वेंटिलेटर बनाने की जरूरत है और भी जो देश महंगा वेंटिलेटर अफोर्ड नहीं कर सकते हैं उनके लिए यह वरदान साबित होगा। प्रो. देवेश रंजन ने बताया कि उनका बनाया वेंटिलेटर, आईसीयू वेंटिलेटर नहीं है। यह एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम के इलाज के लिए बनाया गया है। देवेश बताते है कि अगर इसे अधिक संख्या में बनाया जाए तो इसकी लागत 100 डॉलर यानी करीब साढ़े सात हजार रुपए आएगी। अभी फिलहाल डेढ़ से दो लाख का एक वेंटिलेटर आता है। देवेश ने अपनी टीम के साथ प्रोटोटाइप वेंटिलेटर को महज तीन हफ्ते में तैयार कर लिया। उन्होंने बताया कि इस वेंटिलेटर का प्रोडक्शन जल्द शुरू होने वाला है। यह भारत में भी मिलने लगेगा। देवेश ने कहा- प्रोटोटाइप से वेंटिलेटर बनाने का काम शुरू हो चुका है। इसे सिंगापुर का रिन्यू ग्रुप बना रहा है, उनके मुताबिक जल्द ही काफी संख्या में यह वेंटिलेटर बनकर तैयार हो जाएगा। भारत सहित कई देशों में इसकी बिक्री भी शुरू हो जाएगी। यह इतना पोर्टेबल होगा कि लोग इसे बहुत ही आसानी से अपने घर में रख सकते हैं।

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