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Monday, May 20, 2024

कहना चुनाव में बिजी हूं; ED के बुलावे पर ममता का पार्टी नेताओं को गुरुमंत्र, बोलीं- डरने की क्या जरूरत

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा चुनाव में 400 से अधिक सीट जीतने के लक्ष्य का मखौल उड़ाया और पार्टी को 200 सीट का आंकड़ा पार करने की चुनौती दी। ममता ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को इस राज्य में लागू होने नहीं देंगी। उन्होंने लोगों को आगाह किया कि सीएए के लिए आवेदन करने वाला व्यक्ति विदेशी बन जाएगा। उन्होंने लोगों से इसके लिए आवेदन न करने का अनुरोध किया। रैली के दौरान उन्होंने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई के समन से भी बचने का गुरु मंत्र भी दिया है। 

ममता ने भाजपा को दी 200 सीटें पार करने की चुनौती

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सुप्रीमो ने कहा, “भाजपा कह रही है ‘400 पार’, मैं उन्हें पहले 200 सीट का आंकड़ा पार करने की चुनौती देती हूं। वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने 200 से अधिक सीट लाने का आह्वान किया था, लेकिन उसे महज 77 पर रुकना पड़ा।’’ उन्होंने इस महीने की शुरुआत में लगी चोट के बाद पहली रैली को संबोधित करते हुए कहा, “सीएए वैध नागरिकों को विदेशी बनाने का जाल है। हम पश्चिम बंगाल में न तो सीएए और न ही राष्ट्रीय नागरिक पंजी लागू होने देंगे।”

इंडिया के घटक दलों पर ममता का निशाना

ममता ने विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दलों – मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और कांग्रेस की आलोचना की। उन्होंने टीएमसी प्रत्याशी महुआ मोइत्रा के समर्थन में कृष्णानगर में एक चुनावी रैली में कहा, “पश्चिम बंगाल में कोई इंडिया गठबंधन नहीं है। माकपा और कांग्रेस बंगाल में भाजपा के लिए काम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “हमारी सांसद महुआ मोइत्रा को बदनाम किया गया और उन्हें लोकसभा से निष्कासित कर दिया गया, क्योंकि वह भाजपा के खिलाफ मुखर थीं।”

ईडी और सीबीआई के समन पर ममता का गुरु मंत्र

ममता बनर्जी ने कहा, “अगर ईडी या सीबीआई द्वारा बुलाया जाए तो अभी जाने की जरूरत नहीं है।” पार्टी नेतृत्व को सलाह देते हुए ममता बनर्जी ने कहा, ”इतना डरने की जरूरत नहीं है। अगर ईडी या सीबीआई किसी को पत्र भेजे तो जवाब देना, ‘अभी मैं चुनाव में व्यस्त हूं।’ यह चुनाव के बाद देखा जाएगा।” उल्लेखनीय है कि ममता बनर्जी ने शुरुआत से ही केंद्रीय निकाय के एक के बाद एक समन और तलाशी का विरोध किया। चुनाव की घोषणा के बाद उन्होंने कहा कि केंद्रीय एजेंसी का इस्तेमाल कर विपक्ष को शर्मिंदा करने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि वोटिंग के दौरान ये सब नहीं किया जा सकता।



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