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कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी लोकसभा चुनाव से पहले दक्षिणी राज्य में ‘ऑपरेशन लोटस’ चलाने की कोशिश में है। इंडिया टुडे से बातचीत में सिद्धारमैया ने दावा किया, ‘भाजपा ने सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायकों को तोड़ने के लिए 50 करोड़ रुपये की पेशकश की। हालांकि, हमारे नेताओं ने इसे नकार दिया।’ भाजपा नेताओं का कहना है कि अगर कांग्रेस कर्नाटक में लोकसभा चुनाव हार जाती है तो सिद्धारमैया सरकार गिर जाएगी। इसे लेकर सवाल किया गया तो सिद्धारमैया ने कहा, ‘वे (BJP) पिछले एक साल से मेरी सरकार को तोड़ने की कोशिश में लगे हैं। हमारे विधायकों को 50 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया। उन्होंने पूरी कोशिश की मगर असफल रहे।’
सीएम सिद्धारमैया ने कहा, ‘हमारी सरकार का गिरना संभव नहीं है। हमारे विधायक साथ नहीं छोड़ेंगे। एक भी विधायक कांग्रेस छोड़कर नहीं जाएगा।’ सिद्धारमैया ने कहा कि उनके नेतृत्व में कांग्रेस सरकार अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि चुनाव में विपक्षी गठबंधन इंडिया को भले ही पूर्ण बहुमत न मिले, लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को भी केंद्र में सरकार बनाने के लिए पर्याप्त सीट नहीं मिलेंगी। भाजपा के ‘अबकी बार 400 पार’ के नारे के विपरीत, सिद्धरमैया ने उम्मीद जताई कि केंद्र में भाजपा के बिना सरकार बनेगी। उन्होंने दावा किया केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार नहीं बनेगी।
भाजपा अपने दम पर सत्ता में नहीं आएगी: सिद्धारमैया
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मेरी जानकारी के मुताबिक भाजपा से जुड़े सर्वे से पता चला है कि वे केवल 200 से ज्यादा सीटें ला पाएंगे। वे अपने दम पर सत्ता में नहीं आएंगे। चुनाव के बाद राजनीतिक दलों का फिर से गठबंधन होगा। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दक्षिण में क्षेत्रीय दलों के अन्य नेता सरकार बनाने के लिए एक साथ आएंगे।’ उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 के बाद से कोई भी चुनावी वादा पूरा नहीं किया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, बेरोजगारी और महंगाई दो प्रमुख मुद्दे हैं। राज्य में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन के बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी कर्नाटक में 15-20 सीटें जीतेगी।
(एजेंसी इनपुट के साथ)