चंडीगढ़ न्यूज़ : पंजाब सरकार ने अंतर्राज्यीय और राज्य के अंदरसमय-समय पर सफर करने वालों को जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी है। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार ने लोगों के हितों को मुख्य रख सभी 22 जिलों में कफ्यूं लगा कर कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए बाहर घूमने पर सख्त पाबंदियां लगाई हैं।
हालांकि कुछ जरूरी गतिविधियों और सरकारी कार्यालयों में काम करने वालों को आने-जाने की मंजूरी दी है। बिना काम इधर-उधर न घूमें और समूहों/ज्यादा संख्या में एकत्रित न हों। सफर करने वाले यकीनी बनाएं कि गृह विभाग के दिशा-निर्देशों अनुसार छूट वाली कैटेगरी में हैं या सफर करने के लिए जरूरी मंजूरी है। हालांकि छूट की कैटेगरी के मामलों में भी व्यक्ति के पास सरकार द्वारा बताए जरूरी दस्तावेज हर समय तैयार होने चाहिए। बुखार जुकाम/ खांसी/सांस लेने में तकलीफ हो तो सफर से परहेज करें और तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें। इसके अलावा सफर दौरान जरूरी प्रोटोकाल का ध्यान रखा जाए। चालक और सवारियों को सलाह दी गई है कि हाथ न मिलाएं और न ही गले मिलें। जब भी मौका मिले हाथों को साबुन के साथ धोना चाहिए। वाहन को अंदर से साफ करने के लिए अल्कोहल युक्त हैंड सैनीटाइजर (कम-से-कम 70 प्रतिशत इथाइल अल्कोहल) का प्रयोग किया जा सकता है। चाय और लंच दौरान खानेपीने की वस्तु को छूने से पहले चालक और सवारियों कोहाथ नियमित तरीके से धोने सैनीटाइज करने चाहिएं।
अहम सलाह यह है कि वाहन में एक खिड़की खुली रख कर एयर कंडीशनर का प्रयोग किया जाए ताकि उपयुक्त बाहरी हवा के बहाव को यकीनी बनाया जा सके। सफर दौरान सिगरेट या तम्बाक आधारित चीजें जैसे गुटका, पान मसाला आदि का सेवन न किया जाए। खुले में थूकने से बचा जाए। चालक और सवारियों द्वारा इंटरसिटी बॉर्डर पर उपलब्ध थर्मल टपरेचर सेंसर द्वारा स्क्रीनिंग करवाई जाए। अंतर्राज्यीय, अंतर-शहर चैक प्वाइंटों पर व्यक्तियों द्वारा सफर की जानकारी दी जाए और बताया जाए कि 14 दिन दौरान किसी कंटेनमैंट जोन में तो नहीं गए। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद सिर्फ बिना लक्षण वाले लोगों को जाने दिया जाएगा और किसी भी एकांतवास सुविधा में नहीं रखा जाएगा।
सफर या इंतजार करते समय ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हो जिसकी कोविड -19 की पुष्टि हुई है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। हैल्पलाइन नंबर 104 या स्टेट कंट्रोल रूम नंबर 0172-2920074/ 08872090029 पर कॉल कर संपर्क में आने के पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी दें और सहायता प्राप्त करें। किसी वर्कर/मुलाजिम में कोरोना वायरस की पुष्टि हो जाती है, तो एम्पलॉयर की जिम्मेदारी बनता कि हैल्पलाइन नंबर पर कॉल कर पीड़ित के काम पर आने के दिन/समय संबंधी और संपर्क में आए अन्य संभावित लोगों संबंधी तुरंत विस्तृत जानकारी दें। इसलिए एम्पलॉयर द्वारा सभी वर्करों की हाजिरी का रोजाना पूरा ब्योरा तैयार रखा जाए। सीमा के मामले का समाधान नहीं होने के कारण अस्थायी और अल्प अवधि के लिए झड़पें होती हैं। उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट करता हूं कि पैंगोंग त्सो झील में लगातार तनातनी नहीं रही है और क्षेत्र में सशस्त्र सैनिकों का जमावड़ा नहीं है। बता दें कि दोनों देशों के सैनिकों के बीच इस तरह की घटना पैंगोंग झील के पास अगस्त 2017 में हुई थी। उसके बाद यह ऐसी पहली घटना है। भारत और चीन के सैनिकों के बीच 2017 में डोकलाम ट्राई जंक्शन के पास 73 दिन तक गतिरोध कायम रहा था। उस घटना से दोनों परमाणु सम्पन्न देशों के बीच युद्ध की आशंकाएं भी उत्पन्न हो गई थीं।