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Thursday, March 13, 2025

वनडे क्रिकेट मर चुका है, इससे खराब फॉर्मेट अब कोई और नहीं, वर्ल्ड कप जीत चुके दिग्गज ने क्यों कहा ऐसा

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मोईन अली ने वनडे क्रिकेट के नियमों की आलोचना करते हुए इसे खत्म होने की कगार पर बताया है. 2019 वर्ल्ड कप जीत चुके मोईन अली कहा कि बल्लेबाजों के पक्ष में नियमों के कारण यह अब क्रिकेट का सबसे खराब फॉर्मेट है.

मोईन अली (दाएं) 2019 में विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे.

लंदन. इंग्लैंड के मोईन अली ने चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल से 2 दिन पहले वनडे क्रिकेट को लेकर बेहद चौंकाने वाला बयान दिया है. पूर्व ऑलराउंडर ने बैटर्स के पक्ष में नियमों की आलोचना की, जिससे 50 ओवर का फॉर्मेट खत्म होने की कगार पर पहुंच गया है और जिसके कारण टी20 लीग में ‘फ्रीलांस क्रिकेटरों’ की संख्या बढ़ रही है.

मोईन अली ने इंग्लैंड के लिए 138 वनडे मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 2,355 रन बनाने के अलावा 111 विकेट भी लिए हैं. उन्होंने इसके अलावा 68 टेस्ट मैच में 3000 से अधिक रन बनाए हैं और 200 से अधिक विकेट लिए हैं. उन्होंने पिछले साल सितंबर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. वे आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलेंगे.

मोईन अली ने टॉकस्पोर्ट क्रिकेट से कहा, ‘विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी को छोड़कर यह वनडे फॉर्मेट लगभग पूरी तरह खत्म हो गया है. यह खेलने के लिए सबसे खराब फॉर्मेट है और मुझे लगता है कि इसके कई कारण हैं.’ पहले के समय में पहले पावरप्ले के बाद सर्कल के बाहर पांच फील्डर हुआ करते थे लेकिन पिछले कुछ साल में यह संख्या 4 हो गई है. इससे बीच के ओवरों में बल्लेबाजी करना आसान हो गया है. इतना ही नहीं दो नई गेंदों का इस्तेमाल किया जाता है जो पहले नहीं होता था जिससे रन बनाना भी बहुत आसान हो जाता है.

उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि पहले पावरप्ले के बाद अतिरिक्त फील्डर का नियम खराब है. यह विकेट लेने और किसी भी तरह का दबाव बनाने के लिए एक खराब नियम है. इसी वजह से अब खिलाड़ी वनडे क्रिकेट में 60 और 70 का औसत बना रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘जब आप किसी को गेंदबाजी कर रहे होते हैं और आप थोड़ा दबाव डालते हैं तो बल्लेबाज बस रिवर्स-स्वीप करता है और यह एक रन नहीं बल्कि यह चौका होता है. हमेशा बल्लेबाजों के लिए रन बनाने का विकल्प उपलब्ध रहता है.’

मोईन अली ने चेताया कि ऐसे भी क्रिकेटर हैं जो टी20 लीग में मिलने वाली राशि से समय से पहले संन्यास ले लेंगे. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि फ्रेंचाइजी क्रिकेट अपने पैसे के दम पर लुभा रहा है और यह इतना लुभावना है कि खिलाड़ी इससे इनकार नहीं कर सके. यह बहुत मुश्किल है.’

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वनडे क्रिकेट मर गया, यह सबसेखराब फॉर्मेट… वर्ल्ड कप जीत चुके दिग्गज का दावा



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