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Sunday, March 23, 2025

बलूचिस्तान ट्रेन हाइजैकः अभी तक 155 बंधक छुड़ाए गए, 27 विद्रोही ढेर; अब भी कई जिंदगियां कैद में

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Balochistan Train Hijack Rescue Update: पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हाइजैक हुई ट्रेन में अभी भी बंधक बनाए गए 100 से अधिक लोगों की जिंदगियां कैद में है. ट्रेन को हाइजैक हुए करीब 24 घंटे से अधिक का समय बीत चुका है. बंधक बनाए गए लोगों को छुड़ाने के लिए पाकिस्तान सुरक्षा बल के जवानों का रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार चल रहा है. इस बीच बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने रेस्क्यू ऑपरेशन में अभी तक मिली सफलता के बारे में जानकारी दी है. शाहिद रिंद के अनुसार अभी तक 80 बंधक छुड़ा लिए गए हैं. हालांकि थोड़ी देर पहले अपडेट में बताया गया कि 155 बंधकों को रिहा करा लिया गया है. इस दौरान 27 विद्रोही ढेर भी हुए.

बलूचिस्तान में हाइजैक हुई ट्रेन के रेस्क्यू ऑपरेशन के मेजर अपडेट्स

  • अब से थोड़ी देर पहले आई अपडेट में बताया गया 155 बंधक छुड़ा लिए गए हैं.  पाक सैन्य बलों की कार्रवाई में 27 विद्रोही ढेर हुए.

  • हालांकि मीडिया रिपोर्ट के हवाले से यह जानकारी सामने आई है कि हाइजैक हुई ट्रेन से अभी तक 100 से अधिक बंधकों को मुक्त करा लिया गया है. रिपोर्ट की माने तो 104 बंधकों को मुक्त करा लिया गया है.

  • इधर बलूचिस्तान ट्रेन हाइजैक पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का बयान भी सामने आया है. शहबाज शरीफ ने कहा, ‘ऑपरेशन सफल होगा, आतंकवादियों का सफाया करेंगे’.
     
  • न्यूज एजेंसी IANS ने बलूचिस्तान ट्रेन हाइजैक की घटना में 16 आतंकियों के मारे जाने की जानकारी दी है. हालांकि आधिकारिक आंकड़ों में यह संख्या अभी 13 ही है.
     

बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता ने क्या दी जानकारी

बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने कहा, “सुरक्षा बलों ने एक बोगी से 80 यात्रियों को बचा लिया गया है. इसमें 43 पुरुष, 26 महिलाएं और 11 बच्चे शामिल है. 13 आतंकवादियों को मार गिराया गया है.” इससे पहले  बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी द्वारा 30 पाकिस्तानी सैनिकों की हत्या की जानकारी सामने आई थी.

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9 डिब्बों वाली हाइजैक हुई जाफर एक्सप्रेस पर सवार थे 500 यात्री

मालूम हो कि मंगलवार को क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस को बलूच लिबरेशन आर्मी ने हाइजैक कर लिया था. नौ डिब्बों वाली इस ट्रेन में लगभग 500 यात्री सवार थे. जाफर एक्सप्रेस क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी तभी मंगलवार सुबह गुदलार और पीरू कोनेरी इलाकों के बीच उस पर गोलीबारी की गई.

इससे पहले, बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि उसने ट्रेन को अपने कब्जे में लेकर 100 से ज्यादा यात्रियों को बंधक बना लिया है.

सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ जारी

बलूचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने बताया कि करीब 400 यात्री अभी भी ट्रेन में ही हैं, जो सुरंग के अंदर है. उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ जारी है. रिंद ने कहा कि पेशावर जाने वाली यात्री ट्रेन पर ‘‘भीषण” गोलीबारी की खबरों के बीच बचाव दल को मौके पर भेजा गया है.

क्वेटा रेलवे स्टेशन पर बनाया गया इमरजेंसी डेस्क 

इस बीच, पाकिस्तान रेलवे ने क्वेटा रेलवे स्टेशन पर एक आपातकालीन डेस्क स्थापित किया है क्योंकि चिंतित रिश्तेदार अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए पहुंच रहे हैं.

आधिकारिक तौर पर किसी के हताहत होने या घायल होने की सूचना नहीं मिली है, लेकिन एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने पुष्टि की है कि आपातकालीन स्थिति घोषित कर दी गई है और घटनास्थल पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है.

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जानिए कौन हैं बलूच विद्रोही? 
बलूच विद्रोही पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में सक्रिय सशस्त्र समूह हैं, जो बलूच लोगों की स्वायत्तता या पूर्ण आजादी की मांग करते हैं. इनका सबसे प्रमुख संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) है. ये संगठन 2000 के दशक से सरकार और सेना के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रहा है.

बलूचिस्तान प्राकृतिक संसाधनों जैसे गैस, तांबा और सोने से समृद्ध है, लेकिन बलूच लोगों का आरोप है कि पाकिस्तान सरकार इनका शोषण करती है और उन्हें विकास से वंचित रखती है. बलूचिस्तान में विद्रोह की शुरुआत 1947 में पाकिस्तान के गठन से शुरू हुई थी. जब बलूच नेताओं ने विलय का विरोध किया था. 1948 में इस हिस्से में व्यापक स्तर पर विद्रोह हुई थी. 

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नवंबर 2024 में क्वेटा रेलवे स्टेशन पर हुआ था धमाका

पिछले वर्ष अक्टूबर में पाकिस्तान रेलवे ने डेढ़ महीने से अधिक समय के निलंबन के बाद क्वेटा और पेशावर के बीच रेल सेवाएं बहाल करने की घोषणा की थी. बलूचिस्तान में पिछले एक साल में चरमपंथियों के हमलों में वृद्धि देखी गई है. नवंबर 2024 में क्वेटा रेलवे स्टेशन पर हुए आत्मघाती धमाके में कम से कम 26 लोग मारे गए थे और 62 अन्य घायल हुए थे.

यह भी पढ़ें – In-depth: पाकिस्तान सरकार से 25 साल से लड़ रही बलूच लिबरेशन आर्मी का क्या है मकसद?






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