अहमदाबाद समाचार
महाराष्ट्र के गुजरात में हालात तो खराब हैं ही अहमदाबाद में स्थिति चिंताजनक बनती जा रही है। अहमदाबाद में अगर कोरोना संक्रमण यूं ही बढ़ता रहा तो मई अंत तक वहां पीड़ितों की संख्या आठ लाख हो सकती है। नगर निगम आयुक्त विजय नेहरा ने एक वीडियो संदेश में कहा कि गुजरात में कोरोना संक्रमितों की संख्या अहमदाबाद में सबसे ज्यादा है। यहां कुल मरीजों में से 1,459 अब भी संक्रमित हैं और 75 मरीजों की मौत हो चुकी है, जबकि 105 अन्य की सेहत में सुधार हुआ है। उन्होंने बताया, ‘फिलहाल अहमदाबाद में संक्रमितों की संख्या चार दिनों में दूनी हो जा रही है। अगर यही दर जारी रहा तो 15 मई तक शहर में संक्रमितों की संख्या 50,000 व 31 मई तक आठ लाख हो सकती है।’
विजय नेहरा ने कहा, ‘हमने इस दर को आठ दिन पर लाने का लक्ष्य तय किया है। यह कठिन है, क्योंकि अब तक सिर्फ दक्षिण कोरिया ही ऐसा कर पाया है।’ उन्होंने कहा, ‘अगर हम लॉकडाउन का सही से पालन करते हुए संक्रमितों के दूना होने की दर को आठ दिन तक ले जाने में कामयाब रहते हैं तो 31 मई तक शहर में संक्रमितों की संख्या को 50,000 पर रोका जा सकता है, इसलिए तीन मई से पहले दूना होने की दर को आठ दिन पर लाना होगा। जिस तरह अहमदाबाद नगर निगम कदम उठा रहा है, हमें पूरा भरोसा है कि जनता की मदद से हम यह लक्षय हासिल कर लेंगे।’ गुजरात में स्थिति खराब हो रही है। राज्य में शुक्रवार को 191 नए मामले मिले हैं और 15 लोगों की मौत हुई है। राज्य में संक्रमितों का आंकड़ा 2,815 हो गया है और अब तक 127 लोगों की जान भी जा चुकी है।
गुजरात सरकार ने कोरोना संक्रमण की निगरानी के लिए राज्य में रैपिड एंटीबॉडी जांच किट का उपयोग करना शुरू कर दिया है। हालांकि देश के कुछ हिस्सों में इस किट के इस्तेमाल को लेकर शंका की स्थिति है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि रैपिड जांच किट के उपयोग का उद्देश्य सिर्फ निगरानी करना होगा, इसके उपयोग से किसी शख्स के कोरोना वायरस से संक्रमित होने या नहीं होने की पुष्टि नहीं की जाएगी।