सागर. अप्रैल का महीना खत्म होते होते हीट वेव का प्रकोप भी दिखाई देने लगा है. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल सागर में 20 फ़ीसदी मरीज इसी से जुड़े पहुंच रहे हैं. मौसम विभाग के अनुसार मई महीने के पहले सप्ताह से ही मौसम के तेवर और बदलेंगे. इसकी वजह से पारा चढ़ने पर लू लगने की संभावना और भी ज्यादा हो जाएगी. ऐसे में हम आपको बताएंगे कि हीट वेव की चपेट में आने से बचने के लिए आपको क्या करना है या कौन से घरेलू नुस्खे अपना कर आप सेफ रह सकते हैं.
लू के लक्षण
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर मनीष जैन ने बताया कि जब हवाओं से नमी खत्म हो जाती है और सुखी हवाएं चलती हैं तो लोग हीट वेव की चपेट में आ जाते हैं. उल्टी, दस्त, हाथ पैर में दर्द, बुखार, सर दर्द लू लगने के लक्षण हैं.
लू से बचने के उपाय़
इससे बचने के लिए सबसे पहले हमें सावधान रहने की जरूरत होती है. एक तो कोशिश करें कि अगर तेज धूप है तो उसमें बिल्कुल भी ना निकले, आप अपने काम सुबह या शाम को करें. अगर धूप में निकलना आवश्यक है तो सर पर सफेद तोलिया डाल कर निकलें, पानी की कमी होने पर डिहाइड्रेशन होने लगती है. इसलिए खूब सारा पानी पिएं. घर पर जो भी तरल पदार्थ बनाए जा सकते हैं, वह भी पिएं. इस मौसम में तरबूज. खरबूज, खीरा, चिमरी, अंगूर जैसे फलों का सेवन करें.
लू से बचने अपनाएं घरेलू नुस्खे
बुंदेलखंड में लू के प्रकोप से बचने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे भी अपना सकते हैं. जैसे गर्मी के दिनों में शरीर में तरावत लाने के लिए आम का पना, बेल का शरबत, छाछ, पुदीना, नींबू पानी के साथ अन्य जो तरल पदार्थ होते हैं, उनका सेवन कर सकते हैं. इसके अलावा डूबरी, महेरी, लब्दो और सत्तू का उपयोग भी गर्मियों में किया जाता है. इसकी वजह से शरीर में ठंडक बनी रहती है और पानी की कमी भी पूरी होती रहती है. ग्रामीण क्षेत्रों में यह आज भी प्रचलन में है.
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FIRST PUBLISHED : April 30, 2024, 12:25 IST