काठमांडू
बीते दिनों हिमालयन रेंज स्थित मकालू बेस कैंप पर विशाल पैरों के निशान पाए गए थे। भारतीय सेना के जवानों ने इसे हिममानव येती के पैरों के निशान होने की आशंका जाहिर की थी। नेपाल का कहना है कि कैंप पर जो विशाल पैरों के निशान दिखाई दिए हैं,वह किसी येती के नहीं बल्कि जंगली भालू के हैं। नेपाल की सेना के एक अधिकारी के अनुसार इस तरह के पैरों के निशान इलाके में अक्सर देखे गए हैं। यह निशान जंगली भालू के पैरों के हैं। यहां पर येती जैसी कोई चीज नहीं है।
नेपाल की सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल बिग्यान देव पांडेय के अनुसार इस निशान को अक्सर यहां के स्थानीय लोगों ने देखा है। उन्होंने बताया कि जब भारतीय सेना के जवानों ने पैरों के निशान देखे थे तब हमारी लाइजेन टीम भी उन्हीं के साथ थी। इस दौरान हमने सच जानने की कोशिश की। इस पर स्थानीय लोगों ने बताया कि यह जंगली भालू के पैरों के निशान हैं। यह अक्सर इस इलाके में नजर आते रहते हैं।
भारतीय सेना की ओर से सोमवार को कई तस्वीरें ट्वीट कर कहा गया था कि यह रहस्यमय प्राणी के पैरों के निशान हो सकते हैं। इसे येती यानी हिममानव कहा जाता है। सेना ने नेपाल-तिब्बत बॉर्डर के करीब मकालू-बारून संरक्षित क्षेत्र में इन निशानों को देखे जाने की बात कही थी। यह घटना नौ अप्रैल की है।