नई दिल्ली
टीएमसी ने चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री की शिकायत की है। प्रधानमंत्री की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की है। प्रधानमंत्री ने कहा था टीएमसी के 40 विधायक सम्पर्क में हैं और चुनाव नतीजे की घोषणा के बाद बीजेपी में आ जाएंगे। टीएमसी ने आरोप लगाया है की प्रधानमंत्री का बयान खरीद फरोख्त को बढ़ावा देने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के सेरमपुर में रैली के दौरान कहा था कि दीदी आपकी जमीन खिसक चुकी है और देख लेना 23 मई को जब नतीजे आएंगे तो आपके विधायक भी आपको छोड़कर भाग जाएंगे। आज भी आपके 40 विधायक मेरे संपर्क में हैं।
पीएम ने कहा कि दीदी आपने विश्वासघात किया है, आज जो पश्चिम बंगाल में गुस्सा है वो आपके विश्वासघात का है और इस विश्वासघात की कीमत यहां का नौजवान लेकर रहेगा। जनता की आंखों में एक ही सपना दिख रहा है। जनता के जिगर में एक ही संकल्प है और वो है – चुपे-चाप कमल छाप, चुपे-चाप कमल छाप।
प्रधानमंत्री ने अपने इस भाषण में ममता बनर्जी के उस बयान पर धन्यवाद दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि वो पीएम मोदी को मिट्टी से बना रसगुल्ला भेजेंगी। उन्होंने कहा कि मैं दीदी का बहुत आभारी हूं। पीएम मोदी ने कहा आप जितने भी रसगुल्ले बनाकर भेजेंगी और उसमें जितने भी पत्थर आएंगे उसे मैं लेने को तैयार हूं। उन्होंने कहा कि ये पत्थर आपके गुंडे निर्दोष लोगों को मारने में इस्तेमाल करते हैं। मैं वो सभी पत्थर खाने को तैयार हूं जो निर्दोश लोगों के सिर फोड़ने में इस्तेमाल होते हैं।