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Friday, November 29, 2024

नाग पंचमी के दिन आज बन रहे हैं कई दुर्लभ संयोग, ऐसे करें पूजा, काल सर्प दोष से मिलेगी मुक्ति!

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अयोध्या: पूरे देश में आज नाग पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है. हिंदू धर्म में नाग देवता की पूजा आराधना का विशेष महत्व बताया गया है. नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा आराधना करने का विधान है. प्रत्येक वर्ष सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर नाग पंचमी का पर्व मनाया जाता है. इस साल नाग पंचमी के दिन कई तरह के दुर्लभ योग का निर्माण भी हो रहा है. ऐसे में इस दिन का महत्व कई गुना बढ़ जाता है. नाग पंचमी के दिन किया गया पूजा पाठ बहुत पुण्य देने वाला माना जाता है.

अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि पूरे देश में नाग देवता की पूजा आराधना आज की जा रही है. क्योंकि आज नाग पंचमी का पर्व है. ज्योतिषीय गणना के मुताबिक आज के दिन कई दुर्लभ संयोग का निर्माण भी हो रहा है, जिसमें की गई पूजा पाठ बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है.  नाग पंचमी  पर आज हरि नारायण योग, शश योग ,सिद्धि योग जैसे दुर्लभ संयोग का निर्माण हो रहा है, जिसका महत्व कई गुना बढ़ जाता है.

हरि नारायण योग नाग पंचमी के दिन सिंह राशि में शुक्र और बुद्ध के युति से बन रहा  है. इस योग के प्रभाव से कभी भी धन की कमी नहीं रहती बुद्धि और विवेक में वृद्धि होती है.

शश योग के निर्माण से शनि देव अपनी मूल त्रिकोणी राशि कुंभ में रहते हुए इस योग का निर्माण कर रहे हैं इस योग में पूजा करने से काफी लाभ मिलता है.

वहीं सिद्धि योग की शुरुआत 9 अगस्त दोपहर 1:46 तक रहेगा, जिसमें किया गया पूजा कई गुना फल देता है.

सनातन धर्म में देवी देवताओं का नागों के साथ संबंध काफी पुराना है. जिसकी झलक हमें देवी देवताओं के चित्रों में भी देखने को मिलती है. भगवान श्री हरि विष्णु की सैया शेषनाग है और नाग देवता को ही शिवजी ने अपने गले में धारण किया है. ऐसी स्थिति में नाग पंचमी का दिन नाग देवता को समर्पित है. इस दिन नाग देवता की आराधना करने से भगवान शंकर और भगवान विष्णु का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसके अलावा नाग पंचमी के दिन जिन जातक की कुंडली में कालसर्प दोष होता है. उनके लिए नाग पंचमी पर नाग देवता की पूजा करना बहुत अच्छा माना जाता है. ऐसा करने से राहु केतु से जुड़े दोषों से मुक्ति मिलती है.

Tags: Hindi news, Local18, Nag panchami, Religion 18

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.



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