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Ballia News: यूपी में बलिया के रहने वाले शिवकुमार सिंह कौशिकेय 63 साल के हैं. वह बिना किसी रोग के पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं. उन्होंने नीम की पत्तियों के फायदे के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि रोजाना सुबह खाली …और पढ़ें
नीम की नई पत्तियां यानी टूसा के फायदे
हाइलाइट्स
- नीम की पत्तियां चबाने से अनेक रोगों में लाभ मिलता है.
- नीम की पत्तियों में विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं.
- नीम की पत्तियां सांस, डायबिटीज़, लिवर, और हार्ट के लिए फायदेमंद हैं.
बलिया: पहले के अधिकतर लोगों का शरीर बुढ़ापे तक रोगमुक्त रहता था. इसकी वजह कहीं न कहीं शुद्ध और फायदेमंद चीजों का सेवन करने से था. आज इसी में से एक महत्वपूर्ण घरेलू नुस्खे के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं, जो शरीर में होने वाली छोटी से बड़ी बीमारियों के लिए भी किसी संजीवनी से कम नहीं है. स्वाद कड़वा जरूर है, लेकिन इस पेड़ की पत्तियां जीवन को मधुर और सुखद बना देती हैं. जी हां! यह नीम की पत्ती का है, जिसका भिन्न-भिन्न प्रकार से प्रयोग किया जा सकता है. इसके फायदे जानकर आप हैरान हो जाएंगे.
खाली पेट चबाने से मिलते हैं चमत्कारी फायदे
बलिया के शिवकुमार सिंह कौशिकेय ने बताया कि वह शहर के बालेश्वर मंदिर बिचला घाट के रहने वाले हैं, उनकी उम्र 63 साल है. उन्होंने बताया कि पहले के बुजुर्ग नीम की पत्तियां खाकर स्वस्थ्य रहते थे. नीम की पत्तियां पूरे शरीर को शुद्ध करती हैं. रोजाना सुबह खाली पेट नीम की पत्तियां चबाने से एक नहीं, बल्कि अनेकों रोगों में चमत्कारी फायदे मिलते हैं.
उन्होंने बताया कि नीम की पत्तियों में विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सीडेंट्स, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्स, कई फैटी एसिड्स, विटामिन सी, कैरोटीनोइड्स, विटामिन ई, फाइबर आदि पाए जाते हैं.
इन बीमारियों के लिए है संजीवनी
नीम के पत्तों के सेवन से सांस संबंधी समस्याएं, डायबिटीज़, मलेरिया, पेट, रैशेज, घाव, लिवर, हार्ट, बालों की समस्या, मुंह की दुर्गंध, दांत दर्द, दांत कुलना, रोग-प्रतिरोधक क्षमता, कफ-कोल्ड, चर्म रोग, मोटापा और खराब खून जैसी अनेकों समस्याओं का अंत होता है. उनका अपना अनुभव है कि नीम की पत्ती में हर रोग का इलाज है.
इस तरह भी कर सकते हैं पत्तियों का सेवन
पहले के बुजुर्ग अधिकतर रोज सुबह खाली पेट 4-5 नीम की पत्तियां चबा कर स्वस्थ रहते थे. नीम की पत्तियों को उबालकर चाय के रूप या पत्ती के रस का सेवन किया जा सकता है. इसकी पत्तियों को सुखाकर पाउडर बनाकर रोजाना पानी के साथ लिया जा सकता है. नीम की टहनियों की दातून तो दांत के लिए वरदान ही है. इसकी पत्तियों को पानी में उबालकर नहाने से फोड़े-फुंसी यानी चर्म रोग से जुड़ी समस्याएं खत्म हो जाती हैं.
Ballia,Uttar Pradesh
March 06, 2025, 10:28 IST
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