विकाश कुमार/ चित्रकूट: आज से गुप्त नवरात्रि की शुरुआत हो रही है. हिंदू धर्म में मां दुर्गा को समर्पित नवरात्रि का काफी विशेष महत्व है. नवरात्रि में मां भगवती के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा भी की जाती है. साल में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है जिसमें एक चैत्र नवरात्रि, दूसरा शारदीय नवरात्रि और दो गुप्त नवरात्रि. तंत्र-मंत्र की साधना में लीन रहने वाले लोगों के लिए गुप्त नवरात्रि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. ऐसे ने हम आप को बताएंगे कि गुप्त नवरात्रि के दौरान व्रत रहने वाले लोगो को व्रत के दौरान किस चीज का सेवन करना चाहिए.जिससे उनके शरीर को विटामिन मिलता रहे.
व्रत में रखे इन चीजों का ध्यान
चित्रकूट के मानिकपुर सीएचसी में तैनात डॉक्टर पवन ने बताया कि व्रत के दौरान अनाज, बिना नमक और तला-भुना खाना खाने से लो ब्लड प्रेशर, लो शुगर और वजन बढ़ने जैसी समस्या हो सकती है. ऐसे में बहुत से ऐसे भी लोग हैं. जो पूरे दिन में पानी या खानपान का बिल्कुल भी ध्यान नहीं देते हैं ऐसे में उनकी सेहत में काफी फर्क भी पड़ जाता है.और वह लोग धीमे-धीमे अंदर से कमजोर होकर बीमार पड़ने लगते हैं.उन्होंने बताया कि व्रत के दौरान व्रत के दौरान समय-समय में पानी का सेवन करने के साथ ही विटामिन देने वाले फलों का सेवन करते रहें जिससे आपकी सेहत में कोई असर ना हो और आपका व्रत भी पूरा हो जाए.
गुप्त नवरात्रि में होता है गुप्त तंत्र मंत्र
वही चित्रकूट के पुजारी मोहित दास ने बताया की साल में चार नवरात्रि होती है.गुप्त नवरात्रि में गुप्त चीजें जैसे गुप्त साधना,गुप्त भजन,गुप्त तंत्र-मंत्र विद्याएं इस समय करने से ज्यादा असरदायक होती है. और जो गुप्त साधना करके गुप्त तपस्या करना चाहते हैं. तो उनको गुप्त नवरात्रि में यह चीज करनी चाहिए गुप्त नवरात्रि में सब चीज करने से उनका कार्य जल्दी सफल होता है. ऐसा माना जाता है कि जब-जब नवरात्रि आती है तब तब मौसम बदलता है.
गुप्त नवरात्रि के व्रत के दौरान करे इन चीजों का सेवन
बता दे कि नवरात्रि के व्रत में गेहूं के आटे का इस्तेमाल वर्जित होता है.इसके स्थान पर अरारोट का आटा, राजगीरा आटा, कुट्टू आटा, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना आटा इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके अलावा आप समा के चावल और फलों में तरबूज,खरबूज,केला सहित अन्य कई फलों सेवन भी कर सकते हैं.
Tags: Local18, Navratri Celebration, Religion 18
FIRST PUBLISHED : July 6, 2024, 13:21 IST