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ऋषिकेश मुखर्जी द्वारा निर्देशित फिल्म आनंद में राजेश खन्ना ने एक गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति की भूमिका निभाई थी, जो अपने डॉक्टर (अमिताभ बच्चन) को प्रेरित करता है.
1971 में रिलीज हुई फिल्म से अमिताभ की तस्वीर
हाइलाइट्स
- अमिताभ बच्चन ने राजेश खन्ना के साथ काम करने के बारे में अपने विचार साझा किए
- बिग बी ने कहा, काका के साथ काम करना एक सपने के सच होने जैसा था
- अमिताभ बोले, मेरे मन में हमेशा काका के लिए सबसे बड़ा सम्मान रहा है
नई दिल्लीः ऋषिकेश मुखर्जी (Hrishikesh Mukherjee) द्वारा निर्देशित आनंद (Anand Movie 1971) हिंदी सिनेमा की एक पसंदीदा क्लासिक है. यह फिल्म राजेश खन्ना द्वारा निभाए गए एक गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति आनंद की दिल को छू लेने वाली कहानी बताती है. उसकी जिंदादिली और जीवन के प्रति प्यार उसके आस-पास के सभी लोगों को प्रभावित करता है. अपनी बीमारी के बावजूद, आनंद अपने डॉक्टर भास्कर को प्रेरित करता है, जिसका किरदार अमिताभ बच्चन ने निभाया है. फिल्म दोस्ती, प्यार और मौत की अनिवार्यता के विषयों को खूबसूरती से पेश करती है.
मूवी पत्रिका के 1990 के एडिशन के एक इंटरव्यू में, अमिताभ बच्चन ने राजेश खन्ना के साथ काम करने के बारे में अपने विचार साझा किए. अमिताभ ने कहा कि आनंद में खन्ना के साथ काम करने के लिए ऋषिकेश मुखर्जी द्वारा इनवाइट किया जाना एक सपने के सच होने जैसा था. काका यानी राजेश खन्ना की अपार लोकप्रियता का जिक्र करते हुए, बिग बी ने कहा कि वो काफी हद तक उनके साथ काम करने के कारण लोकप्रिय हुए. अमिताभ ने बताया, ‘जब ऋषि दा ने मुझे आनंद में राजेश खन्ना के साथ काम करने के लिए कहा, तो यह मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा था लोग मेरे पास आते और मुझसे पूछते कि वो कैसा दिखता है?, ‘वो क्या करता है?’ इसलिए मैं बहुत इंपोर्टेंट हो गया, उसके लिए धन्यवाद. मेरे मन में हमेशा काका के लिए सबसे बड़ा सम्मान रहा है.’
वहीं एक बार राजेश खन्ना ने याद किया था कि जब उन्होंने लिबर्टी सिनेमा में एक ट्रायल स्क्रीनिंग में नमक हराम देखी, तो उन्हें पता था कि टॉप पर उनका समय समाप्त हो गया है. उन्होंने याद किया, ‘जब मैंने लिबर्टी सिनेमा में एक ट्रायल में नमक हराम देखी, तो मुझे पता था कि मेरा समय समाप्त हो गया है. मैंने ऋषिदा से कहा, ‘यह कल का सुपरस्टार है.’ जब अमिताभ बच्चन टॉप पर थे, तो कोई भी अन्य स्टार उनके आसपास भी नहीं था. आप नंबर 1 से 10 तक थे, अगला नंबर 11 था. उससे पहले, केवल राजेश खन्ना थे.’
राजेश खन्ना को भूमिका मिलने से पहले, निर्देशक ऋषिकेश मुखर्जी की नजर आनंद के लिए किशोर कुमार और धर्मेंद्र पर थी. वास्तव में, फिल्म निर्माता ने चेन्नई से मुंबई की उड़ान के दौरान धर्मेंद्र के साथ कहानी भी साझा की. लेकिन, किस्मत के फेर में मुखर्जी ने राजेश खन्ना को लेने का फैसला किया. आनंद अपनी भावनात्मक गहराई, यादगार डायलॉग्स जैसे ‘जिंदगी बड़ी होनी चाहिए, लंबी नहीं’ और सलिल चौधरी के कालजयी म्यूजिक के कारण लोकप्रिय फिल्म बन गई.
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
March 09, 2025, 17:15 IST
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