संजय यादव/ बाराबंकी : परंपरागत खेती से हटकर कुछ नया करने का जज़्बा और कड़ी मेहनत का नतीजा आज किसानों को नई पहचान और बड़ा मुनाफा दे रहा है. बाराबंकी के एक किसान ने ऐसा ही कुछ कर दिखाया है. उन्होंने ठंडे इलाकों में उगाई जाने वाली स्ट्रॉबेरी की खेती को कम ठंड वाले क्षेत्र में भी सफल बना दिया है. पहले जहां स्ट्रॉबेरी की खेती हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कश्मीर जैसे ठंडे इलाकों में होती थी, अब यह उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी मुनाफे का सौदा बन गई है. बाराबंकी के इस किसान ने न केवल स्ट्रॉबेरी की खेती में महारत हासिल की, बल्कि इसे बेचकर लाखों का मुनाफा भी कमा रहें हैं.
बाराबंकी जिले के हरक ब्लॉक क्षेत्र के बसबरौली गांव के रहने वाले प्रगतिशील किसान सत्येंद्र वर्मा ने थोड़ी सी जगह में इसकी खेती की शुरुआत की. जिसमें उन्हें अच्छा मुनाफा देखने को मिला. आज वह करीब तीन एकड़ से ज्यादा जमीन पर स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं. इस खेती से लगभग उन्हें 8 से 10 लाख रुपए मुनाफा एक बार में हो रहा है.
स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे किसान सतेंद्र वर्मा ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि इसकी खेती उन्होंने साल 2012 में शुरुआत की थी. उस समय पूरे प्रदेश में इसकी खेती कोई नहीं करता था. क्योंकि इसकी खेती ज्यादातर ठंडे प्रदेशों में होती थी. इसकी खेती हमने हिमाचल प्रदेश में देखी थी. फिर वही से इसकी जानकारी हासिल कर थोड़े एरिया में शुरुआत की. जिसमें हमें अच्छा लाभ देखने को मिला. फिर धीरे-धीरे इसका रकबा हम बढ़ाते गए. इस समय करीब 3 एकड़ में स्टॉबेरी की फसल लगाई है. जिसमें लागत एक एकड़ में 7 लाख रुपये तक आती है. जिसमे कीटनाशक दवाइयां खाद पन्नी आदि चीजों पर काफी खर्च आ जाता है. इस समय हमारी स्ट्रॉबेरी पांच सौ रुपये किलो में जा रही. इस हिसाब से एक एकड़ में 3 से 4 लाख रुपये मुनाफा हो जाता है. हमारी जो स्ट्रॉबेरी है इसकी बिक्री ज्यादातर पटना, सिलीगुड़ी, नेपाल, आसाम और पूर्वांचल तक होती है. इस समय हमारी स्ट्रॉबेरी की तोड़ाई हो रही है.
FIRST PUBLISHED : December 11, 2024, 09:20 IST