नई दिल्ली
चीन और पाकिस्तान के हैकर्स से होने वाले खतरों के खिलाफ अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए भारत में अगले महीने से डिफेंस साइबर एजेंसी (डीसीए) लांच होने वाला है। इसका मुख्यालय देश की राजधानी में होगा। वरिष्ठ नौसेना अध्यक्ष रीयर एडमिरल मोहित गुप्ता इसके पहले अध्यक्ष होंगे। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा, हम मई से डिफेंस साइबर एजेंसी को खुद संचालित करने वाले हैं। इसके लिए काम लगभग पूरा हो चुका है। देश की राजधानी में एक इमारत को किराए पर लिया गया है जिसे मुख्लाय बनाया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि रक्षा मंत्रालय और तीनों सेनाएं इस बात को लेकर राजी हैं कि साइबर एजेंसी का नेतृत्व रीयर एडमिरल गुप्ता करेंगे।
नौसेना रीयर एडमिरल की नियुक्ति को लेकर कभी भी औपचारिक एलान कर सकती है। डीसीए उन तीन एजेंसियों में से एक है जिसके लिए पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोधपुर में कंबाइंड कमांडर्स कांफ्रेस में हरी झंडी दी थी। इसमें दो एजेंसियां अंतरिक्ष और विशेष सुरक्षाबल थे। सूत्रों ने कहा कि डीसीए साइबर के खतरों से निपटने के लिए सुरक्षाबलों की मौजूदा काबिलियत का इस्तेमाल करेगा और इसके अलावा वह डीआरडीओ की भी मदद लेगा। जहां साइबर एजेंसी लांच होने के लिए तैयार है। वहीं अंतरिक्ष एजेंसी को शुरू होने में अभी थोड़ा समय और लगेगा क्योंकि उसके ढांचे पर फिलहाल बातचीत जारी है।
रक्षा मंत्रालयों के सूत्रों के अनुसार अमूमन रोजाना हैकर्स भारत की सैन्य प्रणाली पर हमला करने की कोशिश करते रहते हैं। यह हमले ज्यादातर चीन और पाकिस्तान से होते हैं। वह इन हमलों के जरिए खुफिया सूचना चुराना और व्यवधान पैदा करना चाहते हैं।