रायबरेली: अक्टूबर का महीना लगभग खत्म होने को है. यूपी के कई जिलों में धान की कटाई पूरी हो गई है, जबकि कुछ जिलों में यह जारी है. धान की कटाई के साथ ही रबी सीजन की शुरुआत होती है, जिसमें गेहूं की फसल मुख्य फसल मानी जाती है. किसान बड़े पैमाने पर गेहूं की बुवाई करते हैं, लेकिन उन्नत प्रजाति के बीज बाजार से खरीदने पर उन्हें अधिक खर्च करना पड़ता है.
अनुदानित बीज उपलब्धता
किसानों को महंगे दामों पर गेहूं के बीज खरीदने से बचाने के लिए यूपी सरकार रबी फसल के लिए अनुदानित बीज उपलब्ध करा रही है. इससे किसानों को बाजारों से महंगे दामों पर बीज नहीं खरीदना पड़ेगा और उनकी आर्थिक बचत हो सकेगी. राजकीय कृषि केंद्र शिवगढ़ के प्रभारी अधिकारी शिवशंकर वर्मा ने बताया कि रबी की फसल के इस सीजन में गेहूं की फसल को प्राथमिकता दी गई है. इसी कारण कृषि विभाग किसानों को अनुदानित बीज उपलब्ध करवा रहा है.
पंजीकरण की आवश्यकता
कृषि विभाग में पंजीकृत किसान राजकीय कृषि केंद्र से गेहूं के बीज ले सकते हैं, और उन्हें नगद रूप में तुरंत 50% तक का अनुदान मिलेगा. शिवशंकर वर्मा ने यह भी बताया कि जो बीज बाजारों में महंगे दामों पर मिल रहे हैं, वही सभी राजकीय कृषि केंद्रों पर 50% अनुदान पर उपलब्ध हैं.
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उन्नत किस्म की प्रजातियां
शिवशंकर वर्मा ने लोकल 18 से बात करते हुए कहा कि गेहूं की बुवाई के लिए किसानों को उन्नत प्रजातियों के बीज का चयन करना चाहिए. राजकीय कृषि केंद्र पर उपलब्ध उन्नत प्रजातियों में DBW-222 (करण नरेंद्र) और DBW-187 (करण वंदना) शामिल हैं. ये दोनों प्रजातियां कम लागत में अधिक पैदावार देने के लिए जानी जाती हैं. 10 वर्ष से कम अधिसूचित प्रजातियों पर 50% तक और 10 वर्ष से अधिक अधिसूचित प्रजातियों पर 50% से कम का अनुदान उपलब्ध है.
लाभ की प्रक्रिया
शिवशंकर वर्मा के अनुसार, गेहूं की बुवाई के लिए किसान राजकीय कृषि केंद्र से अनुदान पर बीज ले सकते हैं. ध्यान रखना होगा कि यह अनुदान राशि नगद रूप में मिलेगी. पहले से कृषि विभाग में पंजीकृत किसानों को अनुदान का लाभ मिलेगा, और यह राशि उनके खाते में हस्तांतरित की जाएगी.
Tags: Local18, Special Project
FIRST PUBLISHED : October 22, 2024, 14:34 IST