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Thursday, March 6, 2025

'पति की मौत गम नहीं, इंश्योरेंस की चिंता ज्यादा!' विवादित विज्ञापन देख भड़के लोग, की रणवीर इलाहाबादिया से तुलना

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पॉलिसीबाजार के एक ऐड ने सोशल मीडिया पर विवाद खड़ा कर दिया है, जिसमें जीवन बीमा की जरूरत को उजागर किया गया था. लोगों ने इसे असंवेदनशील और डिस्गस्टिंग बताया है. लोग इस ऐड को देखने के बाद तरह-तरह की बाते कर रहे है…और पढ़ें

पॉलिसीबाजार का विवादित विज्ञापन…(फोटो साभार- X)

हाइलाइट्स

  • पॉलिसीबाजार के ऐड को असंवेदनशील बताया गया.
  • विज्ञापन को 13 लाख से ज्यादा बार देखा गया.
  • पॉलिसीबाजार ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया.

नई दिल्ली : पॉलिसीबाजार के एक लेटेस्ट विज्ञापन ने सोशल मीडिया पर भारी विवाद खड़ा कर दिया है. ये एड फैमिली के लिए जीवन बीमा की जरूरत को बताता है. लेकिन लोग इसे  ‘इनसेंसिटिव’ और ‘डिस्गस्टिंग’ बता रहे हैं.  23 फरवरी को भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए ICC चैंपियंस ट्रॉफी मैच के दौरान इस टीवी एड को दिखाया गया. इसमें एक महिला को अपने दिवंगत पति को ये कहते हुए कोसा जाता दिखाया गया कि उसने परिवार के लिए टर्म लाइफ इंश्योरेंस नहीं लिया.

विज्ञापन में महिला कहती है, ‘मैं स्कूल की फीस कैसे भरूंगी, घर का खर्चा भी है…’ इसके बाद कैमरा पति की फ्रेम की हुई तस्वीर पर जाता है, जिस पर माला चढ़ी होती है- ये संकेत देने के लिए कि वह अब इस दुनिया में नहीं है.

सोशल मीडिया पर लोगों की तीखी प्रतिक्रिया

विज्ञापन का मकसद लोगों को फाइनेंशियल सिक्योरिटी के प्रति जागरूक करना था, लेकिन कई यूजर्स ने इसे बहुत इनसेंसिटिव बताया. एक एक्स (Twitter) यूजर ने लिखा, ‘एक आदमी का निधन हुआ है और उसकी पत्नी सबसे पहले उसे इंश्योरेंस न लेने के लिए दोषी ठहरा रही है? ये फाइनेंशियल सिक्योरिटी नहीं, बल्कि इनसेंसिटिव है.’, दूसरे यूजर ने कहा, ‘ये एड न केवल इनसेंसिटिव है, बल्कि डिस्गस्टिंग भी है. इसे तुरंत हटाया जाना चाहिए.’ एक अन्य यूजर ने रणवीर इलाहाबादिया के लेटेस्ट विवाद से जोड़ते हुए लिखा, ये तो रणवीर इलाहाबादिया से भी बदतर है.’ तो किसी ने कहा, ‘जिस तरह महिला डायलॉग बोलती है, उसमें अपने दिवंगत पति के प्रति गुस्सा झलकता है. ये बहुत बेकार एड है.’





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