मिर्जापुर: नवरात्रि के अवसर पर मां विंध्यवासिनी धाम में हर साल की तरह इस बार भी लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. दूर-दराज से आए भक्त मां के दर्शन के लिए उत्सुक रहते हैं. भक्तों की बढ़ती संख्या और उनकी सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस बार दर्शन के नियमों में कुछ बदलाव किए गए हैं.
नवरात्रि के दौरान भक्त 20 घंटे तक मां विंध्यवासिनी के दर्शन कर सकेंगे, जबकि चार पहर की आरती के समय मंदिर चार घंटे के लिए बंद रहेगा. साथ ही, चरण स्पर्श दर्शन पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा.
दर्शन की व्यवस्था में बदलाव
श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पं. पंकज द्विवेदी ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि सामान्य दिनों में मंदिर रात 12 बजे बंद हो जाता है और सुबह 4 बजे मंगला आरती के समय फिर से खुलता है. लेकिन नवरात्रि के दौरान, भक्त 10 दिन और 10 रात मंदिर में दर्शन कर सकेंगे. भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए विंध्य पंडा समाज और विंध्य विकास परिषद ने विशेष व्यवस्था की है. भक्तों और तीर्थ पुरोहितों के लिए अलग-अलग लाइनें होंगी. वहीं, वीआईपी दर्शन के लिए भी अलग से लाइन की व्यवस्था की गई है. पंडा समाज के 100 से अधिक पुरोहित अलग-अलग शिफ्टों में भक्तों की सेवा में मौजूद रहेंगे ताकि दर्शन की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल सके.
दर्शन के लिए सुगम मार्ग
पं. पंकज द्विवेदी ने बताया कि इस नवरात्रि में प्रतिदिन चार से पांच लाख श्रद्धालुओं के दर्शन करने का अनुमान है. भक्त यदि दर्शन के लिए आना चाहते हैं, तो वे नई वीआईपी, पुरानी वीआईपी, थाना वाली गली और पक्काघाट की ओर से आकर लाइन में लग सकते हैं. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अन्य मार्गों पर बैरीकेडिंग की जाएगी ताकि अव्यवस्था न फैले.
प्रशासन और पंडा समाज की तैयारी
नवरात्रि के दौरान भक्तों को सुगमता और सरलता से दर्शन कराने के लिए प्रशासन और पंडा समाज पूरी तरह से तैयार है.
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FIRST PUBLISHED : October 2, 2024, 12:20 IST