अभिषेक जायसवाल /वाराणसी: इस मानसून में काशी डूबने के लिए तैयार है. ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि, स्मार्ट शहरों में शुमार इस शहर में तमाम प्रयासों के बाद भी अब तक नालों की सफाई का काम पूरा नहीं हो पाया है. इन जगहों पर सफाई हुई है, वहां सिल्ट अब भी वैसे ही पड़े हैं. ऐसे में मंगलवार को हुई बारिश के बाद बुधवार की सुबह सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं. शहर के तमाम इलाकों से ऐसी तस्वीरें देखने को मिली है.
वाराणसी शहर के 200 से अधिक छोटे-बड़े नाले अब भी चोक हैं. नगर निगम के दावों के मुताबिक अब तक 71 बड़े और 90 छोटे नालों को साफ कर लिया गया है. लेकिन, एक सच ये भी है कि इन नालों की सफाई के बाद वहां से कचरे को नहीं उठाया गया. इससे अब बारिश में जलभराव की स्थिति सामने आ गई है.
पहली बार मशीन से हो रही सफाई
वाराणसी के नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि नालों की सफाई के लिए फ़ासी मशीन खरीदी गई है. इस मशीन से कम मैनपॉवर में नाली की सफाई हो पा रही है. पहली बार बनारस में इस मशीन के जरिए नाली सफाई का काम जारी है. शहर के पांडेयपुर, सिगरा, सुदामापुर, भेलूपुर, फातमान रोड, मलदहिया समेत कई इलाकों में इस मशीन से नालों की सफाई हुई है. लगातार नगर आयुक्त और महापौर इसका स्थलीय निरीक्षण भी कर रहे हैं और खामियों को भी दूर किया जा रहा है.
कई नालों में नहीं लगे फर्राटी
हालांकि, अब भी ढ़ेरों ऐसे इलाके हैं जहां नाले चोक है. कई नाले ऐसे हैं, जिनमें अभी तक फर्राटी भी नहीं लगी है. वहीं कुछ जगहों पर सफाई के बाद कचरे को नहीं उठाया गया, जो बरसात के कारण वापस नाली में ही चले गए. ऐसे में मानसून के इस समय में शहर का डूबना अब लगभग तय हो गया है.
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FIRST PUBLISHED : June 26, 2024, 17:03 IST