वाशिंगटन न्यूज़ : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह जी-7 समिट को स्थगित करने जा रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि वह फिलहाल सितंबर 2020 तक जी-7 सम्मेलन को टाल रहे हैं। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि इसमें शामिल होने के लिए भारत सहित अन्य देशों को भी आमंत्रित करेंगे। यह देशों का एक बहुत पुराना समूह है, जिसे लेकर ट्रंप ने कहा कि वह इस शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए रूस, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और भारत को आमंत्रित करना चाहेंगे। उन्होंने कहा, ‘क्योंकि मुझे नहीं लगता है कि दुनिया में जो चल रहा है उसे यह सम्मेलन ठीक से नहीं दर्शा पा रहा है’। ट्रंप ने आगे कहा, ‘यह सम्मलेन संयुक्त राष्ट्र महासभा के पहले या बाद में सितंबर में हो सकता है’। गौरतलब है कि यह वार्षिक शिखर सम्मेलन इस वर्ष अमेरिका में होने वाला था, व्हाइट हाउस ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर वीडियो सम्मेलन के माध्यम से इसकी मेजबानी की जाएगी। शिखर सम्मेलन कैम्प डेविड में 10-12 जून से होने वाला था। राष्ट्रपति के एक सहयोगी ने कहा कि योजना सभी पारंपरिक सहयोगियों को चर्चा के लिए एक साथ लाने की है। साथ ही यह भी कि भविष्य में चीन से कैसे निपटा जाए। वहीं प्रवक्ता ने कहा, ‘आज की समग्र महामारी की स्थिति को देखते हुए वह अपनी व्यक्तिगत भागीदारी के लिए वाशिंगटन की यात्रा के लिए सहमत नहीं हो सकती हैं।’ हालांकि पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बजाय व्यक्तिगत जी-7 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का सुझाव दिया था। व्हाइट हाउस ने इस अवसर को कोरोनो वायरस महामारी के दौरान ‘शक्ति प्रदर्शन’ के रूप में बताया। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर मोदी बियारेट्ज शहर में 45वें जी-7 समिट में साझेदार के तौर पर शामिल हुए थे। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 2005 में ग्लेनेगल्स में निकाय की बैठक में भाग लिया था। समूह को तब रूस के साथ आठवें सदस्य के रूप में G-8 कहा जाता था। बाद में रूस को 2014 में समूह द्वारा निष्कासित कर दिया गया था।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सितंबर तक जी-7 सम्मेलन को किया स्थ गित, भारत सहित अन्य देशों को करना चाहते हैं आमंत्रित

