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Saturday, July 27, 2024

अद्भुत है फर्रुखाबाद का बालाजी जी धाम, दर्शन मात्र से मिलती है कष्ट और रोगों से मुक्ति!

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सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद: जिले के कमालगंज में भी मौजूद है प्रभु बालाजी महाराज का भव्य और चमत्कारी मंदिर. यहां पर प्रभु भगवान राम के परम भक्त पवन पुत्र हनुमान जागृत देवता के रूप में कलयुग में पूजे जाते हैं. यहां पर बालाजी धाम हनुमान मंदिर में कई जिलों से आने वाले भक्तों के सभी दुखों को दूर होते हैं. वहीं कानूनी झंझटों और बीमारियों से प्रभु दिलाते हैं मुक्ति. यहां पर सच्चे मन से मांगी गई मनोकामनाओं को भी पूरा करते हैं बालाजी महाराज.

फर्रुखाबाद के जवाहर नगर कमालगंज में स्थित बालाजी धाम मंदिर के संस्थापक राज बहादुर चौरसिया ने बताया की आज से करीब बीस साल पहले उन्हें सुबह कई बार प्रभु बजरंगबली ने सपने में मंदिर निर्माण को लेकर कई बार कहा. इसके बाद इन्होंने लोगों से इस बारे में अपनी बात रखी. जिस प्रकार संकट मोचक पवन पुत्र हनुमान जी सभी के दुख दूर करते हैं. जब उन्हीं के मंदिर निर्माण की बात हुई तो सभी ने इस प्रभु के कार्य में सहयोग से इस श्री बालाजी धाम के भव्य मंदिर निर्माण करने के साथ ही अब यहां पर हर दिन नियमित तरीके से पूजा अर्चना होती है. इसके साथ ही कस्बे के लोग भी यहां पर अपने दिन की शुरुआत प्रभु के दर्शन से करते हैं. वहीं इसके साथ ही देर रात तक भजन संध्या का आयोजन होता है.

हर मुराद पूरी होती है….
वहीं के पुजारी राज बहादुर चौरसिया बताते हैं कि यहां पर मंदिर में दर्शन के लिए रोजाना सैकड़ों भक्तों की भीड़ उमड़ती है. इसके साथ ही मंदिर में रोजाना साफ सफाई की जाती है. हनुमान जी को लाल वंदन का सिंदूर का लेप चढ़ाया जाता है. वहीं मंदिर में दूर-दराज से भक्त दर्शन को उमड़ रहे हैं. लोग बताते हैं की वह नियमित बाबा के दर्शन को आते हैं. कहा जाता है कि यहां सच्चे मन से मांगी जाने वाली हर मुराद पूरी होती है.

बाला जी की महिमा है अपरंपार
यहां पर मंगलवार और शनिवार को प्रभु बालाजी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं हजारों श्रद्धालु. वहीं यहां पर लाल कपड़े में नारियल को लपेटकर हनुमान जी के चरणों में करते हैं अर्पित. यहां पर सच्चे मन से मांगी गई सभी मुरादें प्रभु करते हैं पूरी.

चमत्कारी है हवन कुंड की भभूत
मंदिर के महंत बताते हैं कि जब भी छोटे बच्चों को नजर लग जाती है. कोई पुत्र रत्न की प्राप्ति की इच्छा रखता है. इसके साथ ही अगर कोई असाध्य रोग से पीड़ित है. तो उसके माथे पर मंदिर से लाई गई भभूत को लगाया जाता है. जिससे उसे लाभ मिलता है.

Tags: Local18, Religion 18

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.



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