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Pune Porsche Car Crash: पुणे पोर्श कांड के आरोपी को लेकर फिर नया खुलासा हुआ है। खबर है कि आरोपी के दोस्त ने पुलिस को बता दिया है कि घटना के समय नाबालिग ही कार चला रहा था। हालांकि, इसे लेकर पुलिस की तरफ से आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। खास बात है कि पहले पुलिस ने भी कहा था कि यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि हादसे के समय किशोर के बजाए कोई गाड़ी चला रहा था।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस सूत्रों ने बताया है कि आरोपी को दोस्त ने स्वीकार कर लिया है कि 17 साल का नाबालिग ही पोर्श चला रहा था। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि करीब 6 घंटों की पूछताछ के बाद आरोपी के नाबालिग दोस्त के बयान पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रिकॉर्ड किए हैं। साथ ही दोस्त ने यह भी कहा है कि कार चलाने से पहले नाबालिग नशे में था और बाद में उसने कार की भिड़ंत कर दी।
रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले दिए बयानों ने नाबालिग आरोपी के दोस्तों ने दावा किया था कि वाहन परिवार का ड्राइवर चला रहा था। इससे पहले परिवार के ड्राइवर गंगाराम ने भी पुलिस के सामने दावा किया था कि वह पोर्श चला रहा था। पुलिस ने आरोपी नाबालिग के दादा को गिरफ्तार कर लिया था। उनपर गंगाराम को धमकाने और गाड़ी चलाने के बयान देने के लिए मजबूर करने के आरोप हैं।
नाबालिग आरोपी, पिता विशाल अग्रवाल और दादा जेल में
जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने नाबालिग आरोपी को जमानत दे दी थी, लेकिन जमकर हुई आलोचना के बाद 22 मई को जमानत को रद्द कर दिया था और उसे निगरानी केंद्र भेज दिया गया था। इसके बाद आरोपी नाबालिग के पिता और पुणे के जाने माने बिल्डर विशाल अग्रवाल को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। दोनों को 31 मई तक के लिए हिरासत में भेजा गया है।