वाराणसी : हिंदू पंचांग के अनुसार साल में कुल 12 शिवरात्रि होती हैं .इसमें महाशिवरात्रि और सावन के शिवरात्रि का अपना विशेष महत्व होता है. सावन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को सावन के शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है .सावन के सोमवार की तरह यह दिन भी महादेव की कृपा पाने के लिए बेहद खास होता है. इस दिन महादेव की पूजा के दौरान अलग अलग चीजों को यदि उन्हें अर्पण किया जाए तो शारीरिक, मानसिक और भौतिक हर तरह के कष्ट दूर होते हैं.
काशी के ज्योतिषाचार्य पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इस बार सावन की शिवरात्रि 2 अगस्त 2024 को है .इस दिन भगवान भोले को प्रसन्न करने के लिए उनके जलाभिषेक के साथ कुछ खास चींजे भी उन्हें अर्पित करनी चाहिए और विशेष विधि से उनकी पूजा करनी चाहिए.
सावन की शिवरात्रि को करें ये उपाय
पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि सावन की शिवरात्रि के दिन महादेव की पूजा के दौरान शिवलिंग पर कुमकुम और चंदन का लेपन करना चाहिए. इसके अलावा उन्हें अक्षत चढ़ाना चाहिए. अक्षत शुक्र का प्रतीक होता है जिसे शिवलिंग पर अर्पित करने से धन सम्बंधित समस्याएं दूर होती हैं.
शत्रु का भय होगा दूर
पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इसके अलावा शत्रु का भय दूर करने के लिए शिवलिंग पर काला तिल भी चढ़ाना चाहिए. इस ऊपरी बाधा और प्रेत बाधा से मुक्ति मिल जाता है.
कटेंगे 3 जन्मों के पाप
पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि इसके अलावा तीन पत्ती वाला शुद्ध बेलपत्र भी शिवलिंग पर अर्पित करना चाहिए. शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव को एक बेलपत्र अर्पित करने से तीन जन्म के पापों का नाश होता है. इसके अलावा उन्हें भस्म लगाकर पूरे विधि विधान से उनका श्रृंगार करना चाहिए. इससे मनुष्य के जीवन की हर तरह की समस्याएं समाप्त हो जाती है और घर में सुख, शांति, ऐश्वर्य का वास होता है.
Tags: Dharma Aastha, Local18, Religion 18, Uttar Pradesh News Hindi, Varanasi news
FIRST PUBLISHED : July 27, 2024, 15:59 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.