दरभंगा:
आरजेडी नेता और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शुक्रवार को दरभंगा पहुंचे. जहां जाले विधानसभा क्षेत्र के अहिल्या स्थान में उन्होंने 5 पंडितों के साथ पूरे विधि विधान से माता अहिल्या की पूजा अर्चना की. इसके बाद वहां से दो किलोमीटर दूर कुम्हरौली में अपने दल के लगभग सभी बड़े नेताओं के साथ पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा के इफ्तार पार्टी में पहुंचे.
जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नज़दीक आ रही है, नेता मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और मजार, सभी जगह मत्था टेकते दिख रहे हैं. वो सभी धर्मों को साधने और अपने पक्ष में करने की कोशिश में लगे हैं. तेजस्वी यादव भी इसी मुहिम में जुटे हैं. इसलिए उन्होंने पहले अहिल्या माता के मंदिर में पूजा की और फिर इफ्तार करने पहुंच गए.
तेजस्वी ने इफ्तार पार्टी के बाद कहा कि मैं अपनी पार्टी के सशक्त नेता और मिथिला में हमारे सबसे जुझारू नेता ऋषि मिश्रा को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने इतने बड़े पैमाने पर इफ्तार पार्टी का आयोजन किया. इसमें न केवल मुसलमान, बल्कि हर समुदाय के लोग मौजूद थे. यह दर्शाता है कि ये कैसे नेता सभी धर्म और सभी जाति के लोगों को एक साथ साध के चल सकता है. उन्होंने अपील की कि सभी लोग हमारे देश की गंगा-जमुनी संस्कृति के साथ शांति से रहें.


तेजस्वी के इस दौरे पर बीजेपी के विधायक और बिहार सरकार में नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को शर्म आनी चाहिए, वह माता अहिल्या की धरती पर पहुंचकर पूजा करते हैं, सिर पर पुजारी से तिलक लगवाते हैं और थोड़ी ही देर में उसे मिटाकर, टोपी पहन लेते हैं और इफ्तार पार्टी में चले जाते हैं. उन्होंने कहा कि ये तेजस्वी ही बता सकते हैं कि वो खुद से गए थे या किसी के दबाव में.
जीवेश मिश्रा ने कहा कि तेजस्वी यादव को ध्यान रखना चाहिए कि हम अपने धर्म के साथ दूसरे धर्म का सम्मान करें, ना कि अपने धर्म को अपमानित करके दूसरे के धर्म का सम्मान करने जाएं. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव वोट की रोटी सेंकने जाले गए थे.