Why Exfoliation Is Important: ऑयली स्किन की देखभाल में सबसे जरूरी है स्किन की देखभाल और एक्सफोलिएशन. ऑयली स्किन (Oily skin) वाले लोगों को अक्सर मुंहासे, ब्लैकहेड्स (Blackheads) और पिंपल्स (Pimples) जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसके पीछे मुख्य कारण है त्वचा में अधिक मात्रा में सीबम का प्रोडक्शन, जो गंदगी और धूल को अट्रैक्ट करता है और बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है. सही ढंग से और सही अंतराल पर एक्सफोलिएशन (Exfoliation) करने से स्किन पर जमा एक्स्ट्रा ऑयल, डेड सेल्स और गंदगी हटाई जा सकती हैं, जिससे स्किन हेल्दी रहती है और पिंपल्स जैसी समस्याओं से राहत मिलती है.
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क्या होता है एक्सफोलिएशन? (What Is Exfoliation)
एक्सफोलिएशन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें स्किन की ऊपरी सतह पर जमा डेड स्किन सेल्स, गंदगी और एक्स्ट्रा ऑयल को हटाया जाता है. इससे त्वचा को साफ और ताजगी भरा महसूस होता है और.नए सेल्स बनते हैं. ऑयली स्किन में ज्यादा सीबम होता है, जो पोर्स में फंस जाता है और ब्लैकहेड्स और पिंपल्स का कारण बनता है. एक्सफोलिएशन के जरिए पोर्स को साफ किया जाता है, जिससे त्वचा को सांस लेने में आसानी होती है.
ऑयली स्किन के लिए एक्सफोलिएशन का सही अंतराल
ऑयली स्किन वालों के लिए सप्ताह में 2-3 बार एक्सफोलिएशन करना सही माना जाता है. इससे त्वचा पर जमा एक्स्ट्रा ऑयल और गंदगी हट जाती है और त्वचा को ताजगी का एहसास होता है. हालांकि, हर किसी की स्किन अलग तरह की होती है और कुछ तो ज्यादा सेंसिटिव होती हैं, इसलिए शुरुआत में इसे हफ्ते में एक बार करके देखा जा सकता है. अगर स्किन पर कोई एलर्जी या जलन ना हो तो धीरे-धीरे बढ़कर हफ्ते में दो से तीन बार किया जा सकता है.
एक्सफोलिएशन का सही तरीका (Right Way To Exfoliation)
ऑयली स्किन के लिए एक्सफोलिएशन करते समय कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए ताकि त्वचा को नुकसान न पहुंचे.
सही प्रोडक्ट्स का सिलेक्शन – ऑयली स्किन के लिए सेलिसिलिक एसिड या ग्लाइकोलिक एसिड वाले एक्सफोलिएंट्स का इस्तेमाल करना फायदेमंद होता है. ये एसिड्स स्किन में गहराई तक जाकर गंदगी को साफ करते हैं और पोर्स को बंद होने से रोकते हैं.
हल्के हाथों से करें मसाज – एक्सफोलिएशन करते समय प्रोडक्ट को त्वचा पर हल्के हाथों से गोलाकार घुमावदार मसाज करें. अधिक जोर से रगड़ने से स्किन पर रेडनेस या जलन हो सकती है.
गुनगुने पानी का उपयोग करें – एक्सफोलिएशन के बाद चेहरा साफ करने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें. इससे त्वचा की नमी बनी रहती है और एक्सफोलिएशन के बाद स्किन पर कोई खुश्की नहीं होती.
मॉइस्चराइजर का प्रयोग करें – एक्सफोलिएशन के बाद स्किन को हाइड्रेट करना जरूरी होता है. इसके लिए एक हल्का, ऑयल फ्री मॉइस्चराइजर लगाएं ताकि स्किन को पोषण मिल सके और वह स्वस्थ बनी रहे.
एक्सफोलिएशन के फायदे
पोर्स साफ होते हैं – एक्सफोलिएशन के जरिए स्किन पर जमे एक्स्ट्रा ऑयल और गंदगी को हटाने में मदद मिलती है जिससे पोर्स ओपन हो जाते हैं और स्किन को सांस लेने में आसानी होती है. इससे ब्लैकहेड्स और पिंपल्स जैसी समस्याएं भी कम होती हैं.
स्किन का टेक्सचर सुधरता है – नियमित एक्सफोलिएशन से स्किन की लेयर मुलायम और साफ होती है, जिससे स्किन का टेक्सचर बेहतर होता है और त्वचा स्वस्थ और चमकदार दिखती है.
नए सेल्स – डेड सेल्स को हटाने से त्वचा में नए सेल्स का निर्माण होता है, जिससे त्वचा में निखार आता है और वो जवां दिखती है.
मेकअप होता है स्मूद – एक्सफोलिएशन के बाद त्वचा पर मेकअप लगाना आसान हो जाता है और यह अधिक समय तक टिका रहता है. इससे चेहरे पर एक नैचुरल ग्लो आता है.
सावधानियां
अत्यधिक एक्सफोलिएशन से बचें – अधिक बार एक्सफोलिएशन करने से त्वचा की नैचुरल नमी खो सकती है, जिससे त्वचा में ड्राईनेस और जलन हो सकती है. सप्ताह में 2-3 बार से ज्यादा एक्सफोलिएशन करने से बचें.
सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूरी है – एक्सफोलिएशन के बाद स्किन थोड़ी सेंसिटिव हो जाती है, इसलिए बाहर जाने से पहले सनस्क्रीन लगाना जरूरी है ताकि त्वचा को धूप से होने वाले नुकसान से बचाया जा सके.
स्क्रब का चयन सोच-समझकर करें – हमेशा ऐसा स्क्रब चुनें जो आपकी त्वचा के अनुकूल हो. ऑयली स्किन के लिए जेंटल एक्सफोलिएटर का ही उपयोग करें.
जलन या रैशेज पर ध्यान दें – अगर एक्सफोलिएशन के बाद त्वचा पर कोई जलन, खुजली या रैशेज महसूस हो तो तुरंत इसका इस्तेमाल बंद कर दें और किसी स्किन स्पेशलिस्ट से सलाह लें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.