सूरत समाचार : गुजरात में निसर्ग तूफान का खतरा टल गया। अरब सागर में इसकी दिशा बदली और ये महाराष्ट्र के अलीबाग समुद्री तट से टकराया। वहां भी इसकी रफ्तार धीमी पड़ गई। निसर्ग से सूरत समेत पूरे दक्षिण गुजरात पर खतरा मंडरा रहा था। सूरत में 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं। समुद्र में शाम तक ऊंची लहरें उठती रहीं। हालांकि, इस दौरान प्रशासन सतर्क रहा।खतरा टलने के बाद राज्य सरकार ने भी राहत की सांस ली। निसर्ग तूफान के कुछ देर पहले सूरत के कलेक्टर डॉ. धवल पटेल ने एक ऑडियो मैसेज जारी किया। इसमें कहा- तूफान के दौरान घर से न निकलें। समुद्र के किनारे तो बिल्कुल न जाएं। कच्चे मकानों से दूर रहें और घर के खिड़की-दरवाजे बंद रखें। निसर्ग तूफान के चलते दक्षिण गुजरात के तीथल, डुमस ओर सुवाली बीच बंद कर दिए गए थे। शहरों में लगे होर्डिंग्स, हाईमास्ट टॉवर भी उतार लिए गए थे। बड़े पेड़ों की ट्रिमिंग कर दी गई थी।एनडीआरएफ-एसडीआरएफ पूरे वक्त हालात पर पैनी नजर रख रही थीं।
निसर्ग तूफान: सूरत समेत दक्षिण गुजरात में 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं, समुद्र में ऊंची लहरें उठीं
![निसर्ग तूफान: सूरत समेत दक्षिण गुजरात में 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं, समुद्र में ऊंची लहरें उठीं निसर्ग तूफान: सूरत समेत दक्षिण गुजरात में 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं, समुद्र में ऊंची लहरें उठीं](https://divyasardar.com/wp-content/uploads/2020/06/गुजरात-1068x601.jpg)
![निसर्ग तूफान: सूरत समेत दक्षिण गुजरात में 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं, समुद्र में ऊंची लहरें उठीं निसर्ग तूफान: सूरत समेत दक्षिण गुजरात में 40 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं, समुद्र में ऊंची लहरें उठीं](https://divyasardar.com/wp-content/uploads/2020/06/गुजरात-1068x601.jpg)