नई दिल्ली. रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत पर वह दाग लग ही गया, जिसका डर था. भारत अपनी सरजमीं पर 92 साल में पहली बार 3 टेस्ट मैच की सीरीज के सारे मैच हार गया. वह भी ऐसी टीम से, जिसने मौजूदा सीरीज के लिए भारत आने से पहले 68 साल में सिर्फ 2 मैच जीते थे. न्यूजीलैंड ने भारत को 3-0 से हराकर अपने देश को ऐसी खुशी दे दी है, जो इससे पहले उसके फैंस को कभी नहीं मिली थी. वहीं रोहित शर्मा ने अपने गुरूर में भारतीय फैंस को ऐसी शर्मिंदगी से भर दिया है, जिससे उबरने में पता नहीं कितना वक्त लगेगा.
यह वही रोहित शर्मा हैं, जिनकी कप्तानी में भारत ने 29 जून को टी20 वर्ल्ड कप जीता था. रोहित शर्मा जब अपनी टीम के साथ 4 जुलाई को भारत पहुंचे तो सबसे पहले उनका स्वागत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया. फिर कुछ घंटे बाद मुंबई में क्रिकेट फैंस का सैलाब आया. क्रिकेट के दीवाने मुंबई में ऐसे उतरे कि पैर रखने को जमीन ढूंढ़नी मुश्किल हो गई. लोगों ने क्रिकेट के इन सुपरस्टार्स को अपनी पलकों पर बैठाया. लेकिन यही शायद ज्यादा हो गया. गर्व के इन्हीं पलों ने शायद रोहित शर्मा समेत कई क्रिकेटरों को गुरूर से भर दिया.
सबक तो श्रीलंका ने ही सिखा दिया था…
बीसीसीआई ने अपने इन लाडले सितारों को रेस्ट देना शुरू किया और नई नवेली टीम जिम्बाब्वे भेजी, जो वहां तिरंगा लहराकर लौटी. इसके कुछ बाद रोहित शर्मा की टीम में वापसी हुई. मौका था भारत-श्रीलंका वनडे सीरीज का. जीत के नशे में चूर भारतीय टीम श्रीलंका दौरे पर बेहद खराब खेली और 26 साल में पहली बार वनडे सीरीज हार कर लौटी. लेकिन कप्तान रोहित शर्मा के लिए यह हार जैसे काफी नहीं थी. तकरीबन महीने भर बाद भारतीय टीम न्यूजीलैंड से कानपुर में टेस्ट मैच हार गई.
कानपुर में हार के बाद भी भारतीय कप्तान रोहित शर्मा के तेवर कम नहीं हुए. वे प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए और कप्तानों को ललकारा. बोले- चलाओ तलवार… कप्तान का भाव था कि तुम क्या सवाल पूछोगे या तुम कौन होते हो मुझसे सवाल करने वाले. हारकर भी रोहित में वही गुरूर था जो विश्व विजेता बनने के बाद आया था.
इतना अलाउड नहीं है रोहित
चंद दिनों बाद भारतीय टीम पुणे टेस्ट मैच में भी हार गई. रोहित शर्मा ना सिर्फ कप्तानी में फेल हुए, बल्कि बैटिंग में बुरी तरह फ्लॉप रहे और न्यूजीलैंड पहली बार भारत में टेस्ट सीरीज हार गया. रोहित शर्मा फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए. इस बार उन्होंने भारत के बेहतरीन प्रदर्शन के पिछले सारे रिकॉर्ड याद कर लिए थे. एमएस धोनी और विराट कोहली के ज्यादातर रिकॉर्ड गिनाकर रोहित शर्मा भारत की ऐतिहासिक हार पर बोले कि इतना तो अलाउड है. यह शायद इतिहास का पहला था जब भारतीय कप्तान हारने के बाद कह रहा था कि इतना तो अलाउड है. वे भूल गए थे कि सीरीज हारना कभी भी अलाउड नहीं रहा है.
न्यूजीलैंड ने रोहित शर्मा को तीसरा मैच हारने को भी अलाउड किया. उसने रोहित शर्मा के घर पर भारत को लगातार तीसरे टेस्ट मैच में हराया. इसके साथ ही न्यूजीलैंड दुनिया की ऐसी पहली टीम बन गई, जिसनके भारत को 3 मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप किया है. भारत ने पहली होम सीरीज 1933 में खेली थी. तब भी भारतीय टीम ने इंग्लैंड को तीनों मैच नहीं जीतने दिया था.
इस वाइटवॉश का ‘अंधेरा’ कभी नहीं मिटेगा
रोहित शर्मा जब मुंबई टेस्ट मैच हारने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए तो उन्हें इस बात का एहसास था कि उनकी टीम भारतीय इतिहास की सबसे कमजोर टीम साबित हुई है. यह वही टीम है, जिसने 4 महीने पहले टी वर्ल्ड कप जीता था. आखिर 4 महीने में ऐसा क्या हो गया जो 92 साल की कमाई चली गई. रोहित शर्मा मुंबई टेस्ट मैच की हार के बाद जरूर यह बात सोचेंगे. लेकिन अब देर हो गई है. काश वे यह सब पहला टेस्ट हारने के बाद ही सोचते. तब अगर वे कानपुर में अति आत्मविश्वास का शिकार होकर ये ना कहते कि चलाओ तलवार… या पुणे में सीरीज हारने के बाद यह ना कहते कि इतना तो अलाउड है… तो शायद भारत को आज इस शर्मिंदगी का सामना नहीं करना पड़ता. लेकिन विश्व कप जीत के बाद कप्तान रोहित शर्मा में जो अभिमान आया था, उसका हश्र तो यही होना था. न्यूजीलैंड ने दिवाली के ठीक बाद जो वाइटवॉश किया है, उसका ‘अंधेरा’ अब भारतीय इतिहास से कभी नहीं मिटेगा.
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FIRST PUBLISHED : November 3, 2024, 17:50 IST