निर्मल कुमार राजपूत / मथुरा: वृंदावन में ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन के लिए प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु आते हैं. हालांकि, हाल के समय में मंदिर और उसके आसपास हादसों की संख्या बढ़ गई है. ये हादसे कई कारणों से हो रहे हैं, जिनमें से एक प्रमुख वजह छोटे रास्ते और मंदिर के जगमोहन में जगह की कमी है.
धर्म नगरी वृंदावन में बांके बिहारी के दर्शन के लिए हजारों श्रद्धालु हर दिन यहां आकर उनकी दहलीज पर मत्था टेकते हैं. यहां देश ही नहीं, बल्कि विदेशी श्रद्धालु भी दर्शन के लिए पहुंचते हैं. पिछले कुछ वर्षों से लगातार बांके बिहारी मंदिर प्रांगण और आसपास के रास्तों पर हादसों की संख्या बढ़ गई है. यहां आए दिन कोई ना कोई हादसा हो जाता है. इस विषय पर जब स्थानीय लोगों से बात की गई, तो हादसों की कई वजह सामने आई है.
पहली वजह- रास्ते संकरे होना भी हादसे की वजह
स्थानीय नागरिक मुकेश अग्रवाल ने बताया कि बांके बिहारी मंदिर में हो रहे हादसों की मुख्य वजह प्रशासन की अव्यवस्थाएं हैं. उन्होंने कहा कि भीड़ बढ़ने के कारण प्रशासन की व्यवस्थाएं लचर हो जाती हैं. जिन रास्तों को खुला रखना चाहिए, वहां बैरिकेडिंग लगाकर रास्ते संकरे कर दिए गए हैं. इस कारण से कई बार श्रद्धालुओं की जान भी जाती है.
दूसरी वजह- 500 लोगों की जगह पर 5000 की भीड़
शुभम अग्रवाल ने भी इस बात को स्वीकार किया कि श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. लेकिन प्रशासन उचित कदम उठाने में असफल है. मंदिर का प्रांगण इतना छोटा है कि 500 लोगों की जगह में 4 से 5 हजार श्रद्धालु आ जाते हैं, जिससे दम घुटने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं.
स्थानीय लोगों की मांग
स्थानीय लोगों की मांग है कि प्रशासन और मंदिर प्रशासन को मिलकर श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के अनुसार बेहतर व्यवस्था करनी चाहिए ताकि किसी भी प्रकार के हादसे से बचा जा सके.
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FIRST PUBLISHED : October 21, 2024, 13:02 IST