मेरा मनमोहन सिंह जी के साथ लंबा जुड़ाव रहा है। वह मेरे मेंटर थे। बहुत साल तक, 10 साल से ज्यादा उनके उनके साथ काम किया। 2018 में राहुल जी मुझे पार्टी में ले कर आए। उन्होंने मुझे मौका दिया। न मैं राजनीति में सक्रिय था, और न ही किसी राजनीतिक परिवार से था। मैंने 20 साल तक प्राइवेट सैक्टर में काम किया था। कभी सोच भी नहीं सकता था कि मैं कांग्रेस जैसी पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी लेकर ये सब कर पाऊंगा। मैंने सोचा कि मनमोहन सिंह भी ऐसे ही राजनीति में आए थे। तब क्यों न उनके नाम पर एक प्लेटफार्म,
एक सिस्टम बनाया जाए जिससे मेरे जैसे लोग राजनीति में आ सकें। विभिन्न क्षेत्रों के प्रोफेशनल इस तरह लैटरल एंट्री से ही राजनीति में आ सकते हैं।
सबसे पहले तो मुझे मनमोहन सिंह का नाम यूज करने के लिए अनुमति चाहिए थी, तो उसके लिए उनके परिवार से मिला। उनकी पत्नी और दोनों बेटियों से बात की। उन्होंने कहा कि ये बहुत अच्छा विचार है। उन्होंने इसके लिए अनुमति भी दी।