12 C
Munich
Sunday, July 13, 2025

दिग्‍गज जो टेस्‍ट मैच की दोनों पारियों में हुए रन आउट, भारत का एक बैटर शामिल

Must read


नई दिल्‍ली. क्रिकेट में कोई भी बैटर 11 तरीकों से आउट हो सकता है जिसमें बोल्‍ड, कैच और LBW जैसे परंपरागत तरीकों के अलावा हैंडल्‍ड द बॉल, ऑब्‍स्‍ट्रक्टिंग द फील्‍ड और टाइम आउट जैसे गैर परंपरागत तरीके शामिल हैं. परंपरागत तरीकों की बात करें तो किसी भी दिग्‍गज बैटर के लिए सबसे दुर्भाग्‍यपूर्ण तरीका रन आउट होना है. कोई बैटर जब जोरदार फॉर्म में हो और बॉल को बेहतरीन तरीके से टाइम कर रहा हो तब रनिंग में गफलत करके कभी आउट नहीं होना चाहता. कभी-कभी तो बैटर को ‘सहयोगी’ के गलत कॉल या उसका शॉट बॉलर के हाथ से लगकर विकेट से टकराने के कारण भी पवेलियन लौटने को मजबूर होना पड़ता है.

टेस्‍ट में कई खिलाड़ी रन को बेहतरीन तरीके से ‘जज’ करने और शानदार फिटनेस के लिए मशहूर रहे हैं, इनमें से कुछ तो कभी भी टेस्‍ट में रन आउट नहीं हुए. दूसरी ओर, कुछ दिग्‍गज बैटर ऐसे भी हैं जो टेस्‍ट की दोनों पारियों में रन आउट हो चुके हैं. दोनों पारियों में रन आउट होने वाले दिग्‍गज बैटरों में ऑस्‍ट्रेलिया के एलन बार्डर और मार्क टेलर, पाकिस्‍तान के जहीर अब्‍बास के अलावा भारत के चेतेश्‍वर पुजारा शामिल हैं. टेलर तो दो टेस्‍ट में दोनों पारियों में रन आउट हो चुके हैं.

टेस्‍ट मैच की एक ही पारी में शतक जड़ चुकीं भाइयों की 5 जोड़‍ियां, एशिया की एक जोड़ी शामिल

नजर डालते हैं टेस्‍ट की दोनों पारियों में रन आउट होकर विकेट गंवाने वाले दिग्‍गज बैटरों पर..

क्‍लाइव लॉयड : वेस्‍टइंडीज के सबसे सफल कप्‍तान क्‍लाइव लॉयड ने 74 मैचों में टीम की अगुवाई की जिसमें से 36 में टीम को जीत मिली और 12 में हार. 26 टेस्‍ट ड्रॉ समाप्‍त हुए. बेहतरीन कप्‍तान होने के साथ लॉयड बाएं हाथ के बेहतरीन बैटर भी थे उन्‍होंने 110 टेस्‍ट में 46.67 के औसत 7515 रन (सर्वोच्‍च 242*) बनाए जिसमें 19 शतक थे. फरवरी 1971 में किंग्‍स्‍टन में भारत के खिलाफ टेस्‍ट में लॉयड पहली पारी में 15 और दूसरी पारी में 57 रन बनाने के बाद रन आउट हुए थे.

जहीर अब्‍बास : पाकिस्‍तान के जहीर अब्‍बास को उनके बेहतरीन बैटिंग रिकॉर्ड के कारण ‘एशिया के ब्रेडमैन’ का संबोधन मिला था. 78 टेस्‍ट मैचों में 44.79 के औसत से 5062 रन (12 शतक, सर्वोच्‍च 274) बनाने वाले जहीर की बैटिंग में गजब की लय थी और उन्‍हें रन बनाते देखना फैंस को आंखों को सुकून देता था. दिसंबर 1972 में ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्‍ट में उन्‍हें दोनों पारियों में रन आउट होकर विकेट गंवाना पड़ा था. इस दौरान दोनों ही पारियों में वे अच्‍छे टच में दिख रहे थे, पहली पारी में उन्‍होंने 51 और दूसरी पारी में 25 रन बनाए थे.

तीन भारतीय बैटर जिन्‍होंने तीनों फॉर्मेट में 6 जड़कर पूरा किया शतक, एक ने तो तीन माह में ही कर डाला था यह कमाल

एलन बॉर्डर : ग्रेग चैपल, लिली, मॉर्श और थॉमसन जैसे दिग्‍गज प्‍लेयर्स के रिटायरमेंट के बाद ऑस्‍ट्रेलिया टीम को विश्‍व क्रिकेट में पुनर्स्‍थापित करने का श्रेय एलन बॉर्डर को जाता है. अपनी कप्‍तानी में ऑस्‍ट्रेलिया टीम को 93 टेस्‍ट में से 32 में जीत दिलाने वाले बॉर्डर बाएं हाथ के आकर्षक बैटर भी थे. उन्‍होंने 156 टेस्‍ट में 11 हजार 174 रन बनाए जिसमें 27 शतक शामिल रहे. दिसंबर 1981 में पाकिस्‍तान के खिलाफ मेलबर्न टेस्‍ट में बॉर्डर पहली पारी में 7 और दूसरी पारी में 1 रन पर रन आउट हुए थे.

मार्क टेलर : बॉर्डर की तरह मार्क टेलर भी बेहतरीन बाएं हाथ के बैटर के साथ ऑस्‍ट्रेलिया के कप्‍तान भी रहे. 104 टेस्‍ट में 43.49 के औसत से 7 हजार 525 रन बनाने वाले टेलर ने 19 शतक बनाए, इस दौरान नाबाद 334 रन उनका सर्वोच्‍च स्‍कोर रहा. 50 मैचों में उन्‍होंने टीम की कप्‍तानी की जिसमें से 26 में टीम को जीत मिली. टेलर दो टेस्‍ट की दोनों पारियों में रन आउट हो चुके हैं. फरवरी 1989 में वेस्‍टइंडीज के खिलाफ एडिलेड टेस्‍ट में वे पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में 36 रन बनाने के बाद रन आउट हुए थे. इसके करीब दो साल बाद एडिलेड में ही इंग्‍लैंड के खिलाफ टेस्‍ट में टेलर फिर दोनों पारियों में रन आउट होकर पवेलियन लौटे. पहली पारी में वे केवल 5 रन बना पाए थे और दूसरी पारी में 4 रन.

क्रिकेटर जिनकी बॉल पर टेस्‍ट में कभी नहीं लगा 6, दो पाकिस्‍तानी शामिल, एक के तो टेस्‍ट में हैं 10 शतक

स्‍टीफन फ्लेमिंग : बाएं हाथ के बैटर स्‍टीफन फ्लेमिंग की गिनती न्‍यूजीलैंड के सफल कप्‍तानों में होती है. फ्लेमिंग ने 80 टेस्‍ट में कीवी टीम का नेतृत्‍व किया जिसमें से 28 में टीम को जीत हासिल हुई. 111 टेस्‍ट खेलने वाले इस खिलाड़ी ने 40.06 के औसत से 7 हजार 172 रन बनाए जिसमें 9 शतक शामिल रहे. इस दौरान नाबाद 274 रन उनका सर्वोच्‍च स्‍कोर रहा. दिसंबर 2000 में जिम्‍बाब्‍वे के खिलाफ वेलिंगटन टेस्‍ट में फ्लेमिंग अच्‍छी बैटिंग कर रहे थे लेकिन पहली पारी में 22 और दूसरी पारी में 55 रन बनाने के बाद रन आउट हो गए.

Run Out in Both Innings of a test, Clive Lloyd, Zaheer Abbas, Allan Border,Mark Taylor, Stephen Fleming, Cheteshwar Pujara, टेस्‍ट की दोनों पारियों में हुए रन आउट, क्‍लाइव लॉयड, जहीर अब्‍बास, एलन बॉर्डर, मार्क टेलर, स्‍टीफन फ्लेमिंग, चेतेश्‍वर पुजारा

चेतेश्‍वर पुजारा : टीम इंडिया के भरोसेमंद बैटर चेतेश्‍वर पुजारा भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2018 के सेंचुरियन टेस्‍ट की दोनों पारियों में रन आउट हो चुके हैं. लंबी पारी खेलने के लिए मशहूर पुजारा अभी भी इंटरनेशनल क्रिकेट में सक्रिय हैं. 103 टेस्‍ट में 43.60 के औसत से 7195 रन उन्‍होंने बनाए हैं जिसमें नाबाद 206 का टॉप स्‍कोर शामिल है. सेंचुरियन टेस्‍ट की पहली पारी में पुजारा अपनी पहली ही गेंद पर रन आउट हो गए थे जबकि दूसरी पारी में 19 रन बनाने के बाद वे इसी तरह आउट हुए थे.

कमाल के कपिल….100 से ज्‍यादा टेस्‍ट खेले लेकिन कभी रन आउट नहीं हुए 
दोनों पारियों में रन आउट होने वाले इन बैटरों के उलट एक क्रिकेटर ऐसा भी है जो 100 से ज्‍यादा टेस्‍ट खेलने के बावजूद इस फॉर्मेट में कभी रन आउट नहीं हुआ. यह उपलब्धि भारत के महान हरफनमौला कपिल देव के नाम पर दर्ज है. कपिल ने 131 टेस्‍ट में 434 विकेट लेने के साथ 8 शतक की मदद से 5 हजार 248 रन बनाए. इस दौरान वे कभी रन आउट नहीं हुए. टेस्‍ट करियर में वे 184 पारियों के दौरान 15 बार नाबाद रहे. इस दौरान 112 बार कैच, 25 बार बोल्‍ड, 28 बार LBW, 4 बार स्‍टंप आउट हुए.

Tags: Cheteshwar Pujara, Team india, Test cricket



Source link

- Advertisement -spot_img

More articles

- Advertisement -spot_img

Latest article