प्रयागराज: उत्तर प्रदेश का प्रयागराज जिला इन दिनों प्रदेश का हॉट प्लेस बना हुआ है. यहां एक तरफ हजारों की संख्या में प्रतियोगी छात्र पीसीएस और समीक्षा अधिकारी की प्रारंभिक परीक्षा में वन डे वन शिफ्ट वन एग्जाम को लेकर मांग कर रहे थे. वहीं फूलपुर उपचुनाव की वजह से भी प्रयागराज हॉट प्लेस बना हुआ है. इन सब में सबसे खास बात यह होती कि आखिर इतने बड़े महा आंदोलन का बीज कहां से पनपा. इसके लिए लोकल 18 की ओर से आंदोलन में शामिल छात्रों से इस बारे में बात की गई.
छह बार मेंस लिखे छात्र ने बतायी खास बात
प्रतियोगी छात्र संतोष पांडे तीन बार पीसीएस परीक्षा का मेंस लिख चुके हैं और तीन बार समीक्षा अधिकारी की मुख्य परीक्षा लिख चुके हैं. उन्होंने लोकल 18 से बात करते हुए विस्तृत रूप से आंदोलन के बैकग्राउंड को बताया. लोकल 18 से बताया कि 18 फरवरी को समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की प्रारंभिक परीक्षा आयोजित हुई थी. इसमें पेपर लीक के चलते प्रतियोगी छात्रों ने धरना देकर पेपर को निरस्त करवाने का काम किया था. इस वजह से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा को भी स्थगित कर दिया गया.
इसके बाद आयोग की ओर से फिर से पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा 24 अक्टूबर को आयोजित करने की नोटिस जारी की गई लेकिन परीक्षा केंद्र ना मिल पाने की वजह से आयोग की ओर से दो दिन में पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा और तीन शिफ्ट में समीक्षा अधिकारी की प्रारंभिक परीक्षा कराने को लेकर 7, 8 दिसंबर और 22, 23 दिसंबर की तिथि घोषित की गई. वहीं नोटिस जारी करते हुए आयोग ने इन प्रारंभिक परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन की बात कही.
यहीं से निकली धरने की बात
संतोष पांडे ने बताया कि नॉर्मलाइजेशन और दो दिन और तीन शिफ्ट में पीसीएस और समीक्षा अधिकारी जैसी उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से होने वाली महत्वपूर्ण परीक्षाओं में परिवर्तन को देखते हुए प्रतियोगी छात्रों ने पहले से ही 11 नवंबर को महा धरना देने की योजना बना ली थी. इसी के साथ हजारों की संख्या में प्रतियोगी छात्र लोक सेवा आयोग के गेट पर धरना दिया. इनमें दिल्ली और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों से भी स्टूडेंट्स आकर शामिल हुए.
मान गया आयोग नहीं माने प्रतियोगी
संतोष पांडे बताया कि हालांकि आयोग ने नोटिस जारी करते हुए पीसीएस की परीक्षा एक दिन बाद आयोजित करने की बात कही है लेकिन समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी पर कमेटी गठित कर निर्णय लेने की बात की गई है. पीसीएस में लगभग 6 लाख और समीक्षा अधिकारी में 10.50 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. प्रतियोगिता तब तक धरने से नही जाएंगे जब तक समीक्षा अधिकारी के भर्ती में भी बदलाव नहीं किया जाएगा.
FIRST PUBLISHED : November 14, 2024, 23:29 IST