18.1 C
Munich
Friday, September 20, 2024

क्यों फड़कने लगती है आंख? शुभ-अशुभ संकेत छोड़िए, यह सेहत से जुड़ा मामला, जानें 5 फैक्ट

Must read


Science Behind Eye Twitching: अक्सर आपने सुना होगा कि आंख फड़कने से लोगों को शुभ-अशुभ का संकेत मिलता है. बड़ी संख्या में लोगों को लगता है कि आंख फड़कने का ज्योतिष से संबंध है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि यह सेहत से जुड़ा मामला है. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो आंख फड़कने की कई वजह होती हैं और इससे पलक की मसल्स प्रभावित होती हैं. कई बार यह समस्या बढ़ जाती है और इससे निजात पाने के लिए इलाज की जरूरत पड़ सकती है. आज आपको बताएंगे कि आंख कैसे फड़कती है और इसकी क्या वजह हो सकती हैं.

हॉपकिन्स मेडिसिन की रिपोर्ट के मुताबिक आंखों का फड़कना एक कॉमन कंडीशन है, जो जेनेटिक भी हो सकती है. जब किसी व्यक्ति की आंख कभी-कभी हल्की फड़कने लगती है, तो इस कंडीशन को मेडिकल की भाषा में आईलिड मायोकिमिया (Eyelid myokymia) कहा जाता है. यह टेंपररी होता है और कुछ देर बाद ठीक हो जाता है. अधिकांश लोगों को इस कंडीशन में किसी भी तरह के ट्रीटमेंट की जरूरत नहीं होती है.

अगर किसी व्यक्ति को आंख फड़कने की ज्यादा समस्या है और उसकी आंख लंबे समय तक बार-बार फड़कती है, तब इस कंडीशन को मेडिकल की भाषा में बिनाइन एसेंशियल ब्लेफेरोस्पाज्म (Benign essential blepharospasm) कहा जाता है. इस कंडीशन में लोगों की आंख लगातार फड़कती रहती हैं और इस दौरान पलकें थोड़ी या पूरी तरह से बंद हो जाती हैं. इससे लोग सही तरीके से कामकाज नहीं कर पाते हैं और इलाज की जरूरत पड़ती है.

आंख फड़कने की वजह क्या है?

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो आंख फड़कने का सटीक कारण अभी तक पता नहीं चल सका है, लेकिन कई बार स्ट्रेस, आंखों पर जोर, कैफीन का सेवन, कुछ दवाएं, आंखों में ड्राइनेस और नींद की कमी से आंखें फड़कने लगती हैं. आंख फड़कने से पलक की मसल्स प्रभावित होती हैं और पलकें पलकें फड़कने लगती हैं. पलक का हल्का फड़कना महसूस होता है. गंभीर मामलों में आंख फड़कने के दौरान लोगों की पलक कुछ सेकंड के लिए बंद हो जाती हैं. आंखों की समस्याएं होने पर भी लोगों की आंखें फड़क सकती हैं. ऐसे में डॉक्टर से मिलकर सलाह लेनी चाहिए.

आंख फड़कने से कैसे बच सकते हैं?

इस समस्या से बचने के लिए लोगों को पर्याप्त नींद लेनी चाहिए और शराब व कैफीन का सेवन कम से कम करना चाहिए. तनाव कम करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज या मेडिटेशन करना चाहिए. आंखों की ड्राइनेस दूर करने के लिए आर्टिफिशियल टियर ड्रॉप्स डालने चाहिए. अगर आंखों में फड़कन कई सप्ताह तक बनी रहती है या आंख खोलने में कठिनाई होती है, तो डॉक्टर से मिलकर कंसल्ट करना चाहिए.

यह भी पढ़ें- ऊपर से पीली अंदर से सफेद, सुबह खाली पेट खाएं यह मीठी चीज, शरीर में भर देगी एनर्जी, बन जाएगा मूड !

Tags: Health, Lifestyle, Trending news



Source link

- Advertisement -spot_img

More articles

- Advertisement -spot_img

Latest article