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Sunday, September 8, 2024

वेट ट्रेनिंग सिर्फ मसल्स को ही नहीं, दिमाग को भी बना सकती है फौलादी, स्टडी में खुलासा

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हाइलाइट्स

वेट ट्रेनिंग ही नहीं, बल्कि वॉकिंग करने से भी ब्रेन हेल्थ दुरुस्त हो सकती है.शोधकर्ताओं की मानें तो एक्सरसाइज करने का सीधा असर ब्रेन पर होता है.

Weight Training Benefits: अधिकतर लोग आकर्षक बॉडी बनाने के लिए जिम में जाकर वेट ट्रेनिंग करते हैं. आपने भी कई बार हट्टे-कट्टे लोगों को भारी वजन उठाते हुए देखा होगा. ज्यादातर लोगों को लगता है कि जिम में वेट ट्रेनिंग करने से मसल्स को फौलादी बनाया जा सकता है, लेकिन इससे आपकी सेहत को कई गजब के फायदे मिल सकते हैं. एक हालिया स्टडी में पता चला है कि वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज से पूरे शरीर के साथ-साथ ब्रेन की मसल्स को भी मजबूती मिल सकती है. आसान भाषा में कहें, तो वेट ट्रेनिंग मसल्स ही नहीं, आपके ब्रेन को भी फौलादी बना सकती है.

न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में पब्लिश हुई इस स्टडी में पाया गया कि रजिस्टेंस ट्रेनिंग (वेट ट्रेनिंग) से शरीर के साथ ब्रेन की मसल्स को मजबूती मिलती है. इससे हमारे ब्रेन में ग्लूकोज पहुंचने और प्रोसेस करने की क्षमता में सुधार हो जाता है. इससे हार्ट डिजीज और डायबिटीज समेत कई तरह की बीमारियों का खतरा कम हो सकता है. लंबे समय तक अनस्टेबल ब्लड शुगर से इंफ्लेमेशन और इंसुलिन रजिस्टेंस पैदा हो सकता है, जिससे ब्रेन सेल्स तक जरूरी एनर्जी पहुंचने में रुकावट होती है. इससे बचाने में वेट ट्रेनिंग काफी कारगर साबित हो सकती है.

इस रिसर्च से पता चलता है कि एक्सरसाइज करने से न केवल ब्रेन की फंक्शनिंग में सुधार हो सकता है, बल्कि ब्रेन का वॉल्यूम भी बढ़ सकता है. जर्नल ऑफ अल्जाइमर डिजीज में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि नियमित एक्सरसाइज या वॉक करने से भी ब्रेन को बड़े फायदे मिल सकते हैं. शोधकर्ताओं की मानें तो प्रतिदिन 4,000 से कम कदम चलने से भी मस्तिष्क के स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि फिजिकल एक्टिविटी न सिर्फ शारीरिक, बल्कि मानसिक रूप से हमें फायदा पहुंचाती है.

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो लोगों को वर्कआउट बेसिक एक्सरसाइज से शुरू करना चाहिए. वेट ट्रेनिंग तक पहुंचने से पहले लोगों को स्क्वाट, पुशेज, पुल्स, लंजेस और शरीर का वजन उठाना शुरू करना चाहिए. एक बार जब लोग इन एक्सरसाइज के साथ कंफर्टेबल हो जाएं, तब धीरे-धीरे इंटेंस एक्सरसाइज शुरू कर सकते हैं. सभी लोगों को वेट ट्रेनिंग क्वालिफाइड ट्रेनर की देखरेख में ही करनी चाहिए. अपनी मर्जी से वेट ट्रेनिंग या कोई इंटेंस एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए, वरना इसके खतरनाक परिणाम हो सकते हैं.

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Tags: Health, Lifestyle, Trending news



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