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Saturday, January 11, 2025

इम्यूनिटी बढ़ाए, ब्लड प्रेशर घटाए, वजन कम करने में भी फायदेमंद, ग‍िनते-ग‍िनते थक जाएंगे इस अनोखी चाय के फायदे

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ग्रीन टी, जिंजर टी, मिल्क टी, मिंट टी जैसी कई चाय के बारे में आपने सुना होगा, लेकिन एक ऐसी भी चाय आती है जो बिल्कुल शरबत की तरह दिखती है. लाल रंग की इस चाय को पीने के कई फायदे हैं. यह चाय गुड़हल से बनती है. इस हर्बल चाय को पीने से सर्दी  तो दूर भागती ही है लेकिन कई तरह की बीमारियां भी परेशान नहीं करती हैं. गुड़हल की चाय को गर्म और ठंडा दोनों तरीके से पिया जा सकता है. यह नेचुरल चाय कैफीन फ्री होती है और इसमें कई एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं.

कम कैलोरी के साथ कैल्शियम भी
गुड़हल का पेड़ गर्म प्रदेशों में उगता है और इस पर लाल रंग के फूल आते हैं जिसे calyx कहते हैं. इसी से चाय बनती है. दुनिया के कई देशों में इसे ड्रिंक के अलावा दवा की तरह इस्तेमाल किया जाता है. यूएस डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के अनुसार 237 ग्राम गुड़हल की चाय में कम कैलोरी के साथ ही कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम और पॉलीफेनोल होता है. पॉलीफेनोल नाम के केमिकल से ही यह चाय एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है.

हर मौके को खास बनाती गुड़हल की चाय
गुड़हल की चाय सबसे पहले अफ्रीका में बनाई गई. यह पश्चिमी अफ्रीका के देश रिपब्लिक ऑफ सेनेगल नाम के देश की नेशनल ड्रिंक है. इसे मिंट या जिंजर फ्लेवर में पिया जाता है. घाना में इसे सोबोलो कहते हैं जबकि नाइजीरिया में इसे जोबो कहा जाता है. इसे गर्म या बर्फ डालकर दिया जाता है. मिस्र और सूडान में शादी के जश्न में गुड़हल की चाय ही खुशी में बांटी जाती है. सूडान में इसका इस्तेमाल दवा के तौर पर भी होता है. जमैका में इसे क्रिसमस के दिन फ्रूट केक या स्वीट पोटैटो पुडिंग के साथ सर्व किया जाता है. चाइनीज न्यू ईयर के दिन इसे खासतौर पर पिया जाता है. यही नहीं त्रिनिदाद और टोबैगो में इस चाय को बियर के साथ मिक्स करके सर्व किया जाता है.

गुड़हल की चाय पीने से स्किन और बाल चमकदार बनते हैं (Image-Canva)

आयुर्वेद में गुड़हल की चाय का जिक्र
आयुर्वेद आचार्य डॉ. एस.के.कटियार कहते हैं कि गुड़हल की चाय का जिक्र आयुर्वेद में भी है. गुड़हल के फूल की पंखुड़ियों को पानी में उबाला जाता है और जब पानी आधा हो जाए तो इसे छान कर शहद या उसके बिना पिया जाता है. यह चाय विटामिन सी से भरपूर होती है जिसमें एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते हैं. यह ठंडी तासीर की होती है. गर्मी में इसे पीने से शरीर ठंडा रहता है लेकिन सर्दी के मौसम में इसे पीने से खांसी, जुकाम नहीं सताता.

इम्यूनिटी को करें बूस्ट
एंटीऑक्सीडेंट गुणों की वजह से जो व्यक्ति सर्दी में इस चाय को पीता है, उसकी रोग प्रतिरोधक की क्षमता बढ़ती है. ऐसे में उसे सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार जैसी दिक्कत नहीं होती. इसे पीने से आलस भी दूर होता है. इस हर्बल चाय से फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन नहीं होते.

तनाव नहीं सताता
इस चाय का रंग लाल होता है. इसे देखते ही शरीर में डोपामाइन नाम का हैप्पी हार्मोन रिलीज होता है जिससे व्यक्ति खुश हो जाता है. जब थकान दूर होती है और खुशी का एहसास होता है तो तनाव भी छूमंतर हो जाता है. दिन में 2 बार से ज्यादा गुड़हल की चाय नहीं पीनी चाहिए.

ब्लड प्रेशर कंट्रोल रहता है
जिन लोगों को ब्लड प्रेशर हाई रहता है, उनके लिए यह चाय बहुत फायदेमंद है. मेडिकल न्यूज टुडे में 2020 में हुई रिसर्च की रिपोर्ट छपी. इसमें पाया गया कि गुड़हल की चाय में H. sabdariffa नाम का केमिकल होता है जिससे ब्लड प्रेशर कम होने लगता है. लेकिन जिनका पहले से लो ब्लड प्रेशर रहता है, उन्हें इस चाय से बचना चाहिए.

ब्लड शुगर रहे नियंत्रित
गुड़हल की चाय में एंटी कोलेस्ट्रॉल गुड होते हैं. इसमें मौजूद H. rosasinesis केमिकल बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और साथ में ब्लड शुगर को भी कम करता है. जिनका हाई कोलेस्ट्रॉल है या ब्लड शुगर ज्यादा रहती है, उन्हें रोज इस चाय को पीना चाहिए. 

जिनका ब्लड प्रेशर कम रहता हो, उन्हें गुड़हल की चाय नहीं पीनी चाहिए (Image-Canva)

वजन नहीं बढ़ता
गुड़हल की चाय में बहुत कम कैलोरी होती हैं जिससे बॉडी फैट तेजी से कम होता है. एक्सरसाइज के साथ अगर इस चाय को पिया जाए तो मोटापे की समस्या जल्दी दूर हो सकती है. इस चाय को पीने के साथ ही डाइट पर भी ध्यान देने की जरूरत है.

हार्मोन्स को रखें बैलेंस
अक्सर मेनोपॉज के आसपास महिलाओं को थकान, हॉट फ्लैशेज, डिप्रेशन, बॉडी पेन समेत कई तरह की दिक्कतें होती हैं. मैक्सिकन मेडिसिन में गुड़हल की चाय से मेनोपॉज का इलाज किया जाता है ताकि इसके लक्षण महिलाओं को परेशान ना करें. वहीं कुछ लड़कियों को प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम की दिक्कत होती है. इसे भी गुड़हल की चाय से ठीक किया जाता है. दरअसल गुड़हल में phytoestrogens होते हैं जो महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन की तरह ही काम करते हैं. 

इन लोगों को नहीं पीनी चाहिए यह चाय
गुड़हल की चाय हर किसी के लिए फायदेमंद नहीं है. इसके कुछ साइड इफेक्ट भी हैं. इस चाय को पीने से पेट  में दर्द या गैस की समस्या हो सकती है. जिनका लिवर ठीक तरीके से काम नहीं करता, उन्हें इससे बचना चाहिए. जो महिलाएं प्रेग्नेंट हैं या बेबी को ब्रेस्टफीडिंग करा रही हों, उन्हें भी गुड़हल की चाय से तौबा करनी चाहिए. 

Tags: Diabetes, Female Health, Health, Heart Disease, Pregnant woman, Weight loss



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