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Monday, October 28, 2024

ये 2 परेशानियां हो तो लिवर कैंसर का खतरा ज्यादा, ठीक होने के बाद भी बीमारी लौट जाती

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Risk of Liver Cancer: लिवर कैंसर बेहद खतरनाक बीमारी है. अगर किसी को हो जाए तो बीमारी से ज्यादा वह मानसिक रूप से परेशान हो जाता है और इस कारण उसकी बीमारी और बढ़ जाती है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि जिसे आप मामूली बीमारी समझते हैं वह छोटी सी बीमारी कभी-कभी जानलेवा बीमारी के रूप में सामने आती है. अब एक नई स्टडी में यह बात सामने आई है कि जिन लोगों को डायबिटीज के साथ-साथ मोटापा रहता है, उनमें लिवर कैंसर का खतरा ज्यादा रहता है. इतना ही नहीं अगर लिवर कैंसर का इलाज पूरा हो जाता है और उसके बाद भी डायबिटीज और मोटापा है तो यह बीमारी दोबारा से शुरू हो जाती है जो और ज्यादा खतरनाक हो जाता है.

हेपाटोसेलुलर कार्सिनोमा के दोबारा होने का जोखिम
ओसाका मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में कहा है कि डायबिचटीज और मोटापे के कारण लिवर कैंसर में सर्जरी के बाद भी यह दोबारा से पनप जाता है. इसके बाद मौत का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है. हेपाटोसेलुलर कार्सिनोमा लिवर कैंसर का एक प्रकार है जिसका हेपटाइटिस के बाद होने की आशंका ज्यादा रहती है. इस बीमारी के ठीक होने के बाद दोबारा पनपने का खतरा कई गुना ज्यादा रहता है. हाल के दिनों में इस बीमारी के जोखिम को विज्ञान के कारण कम किया गया है. हेपटाइटिस के समय में एंटीवायरल थेरेपी और एडवांस इलाज के कारण इस इस तरह के लिवर कैंसर का जोखिम कम हुआ है. लेकिन मोटापा और डायबिटीज ऐसे दो कारण है जिनकी वजह से हेपाटोसेलुलर कार्सिनोमा के दोबारा होने का जोखिम बढ़ने लगा है.

5 साल के बाद बीमारी लौटने की आशंका
ओसाका मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने हेपाटोसेलुलर कार्सिनोमा में सर्जरी के बाद 1644 मरीजों पर अध्ययन किया. इसमें यह पता लगाने की कोशिश की गई कि किन लोगों को यह बीमारी दोबारा पनप जाती है. अध्ययन में पाया गया कि अगर किसी को मोटापा की बीमारी है तो हेपाटोसेलुलर कार्सिनोमा के दोबारा होने का जोखिम डेढ़ गुना ज्यादा है जबकि अगर किसी को डायबिटीज है तो इस बीमारी के होने की आशंका 1.3 गुना ज्यादा है. ऐसे मामलों में सर्जरी के पांच साल बाद मोटापा होने की स्थिति में लिवर कैंसर के दोबारा होने का खतरा 3.8 गुना जबकि डायबिटीज होने पर दो गुना ज्यादा खतरा रहता है. इस अध्ययन के बाद डॉक्टरों को ऐसे मरीजों का इलाज में फायदा मिलेगा क्योंकि तब पहले से पता चल जाएगा कि अगर डायबिटीज और मोटापा है तो दोबारा बीमारी के होने का खतरा है. इसलिए पहले से बेहर मैनेज हो सकेगा.

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Tags: Health, Health tips, Lifestyle



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