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Tuesday, November 26, 2024

पेड़ पे लटका, टपका, मंडी में पहुंचा तो बना 'मीठा जहर', पुरुषों की शक्‍ति का नाश कर रहा है 'नकली' आम

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आम सीजन का वो फल है, जि‍से ठेलों पर देखते ही खरीदने का मन करने लगता है. रसीले आमों की म‍िठास ही कुछ ऐसी है कि ‘फलों के इस राजा’ को घर लाए बिना रहा ही नहीं जाता. आम का स्‍वाद इसल‍िए भी और बढ़ जाता है क्‍योंकि इस फल के सेहत के ल‍िए भी कई फायदे हैं. लेकिन ज‍िस फल को आप इतना स्‍वाद लेकर खा रहे हैं वो बाजार में ‘नकली’ मि‍ल रहा है. चंद पैसों के लि‍ए कई व्‍यापारी लोगों की ज‍िंदगी के साथ ये घ‍िनौना ख‍िलवाड़ कर रहे हैं. ये नकली आम पुरुषों की सेहत पर ज्‍यादा बुरा प्रभाव डाल रहे हैं. मर्दों की सेहत और उनकी शारीरिक ताकत के लि‍ए ये फल बहुत ही जरूरी और फायदेमंद है. हाल ही में तम‍िलनाडु में खाद्य सुरक्षा व‍िभाग ने 7 टन से ज्‍यादा ‘नकली’ आम पकड़े हैं. ऐसे में सबसे बड़ी च‍िंता यही है कि क्‍या ऐसा ही ‘नकली’ आम हमारे घरों तक भी पहुंचा रहा है? आखिर क्‍या होता है नकली आम? आइए आपको बताते हैं.

क्‍या है ‘नकली’ आम

दरअसल आम की फसल से ज्‍यादा से ज्‍यादा मुनाफा कमाने के चक्‍कर में मंड‍ियों में कई व्‍यापारी कैल्‍श‍ियम कार्बाइड की मदद से आमों को जल्‍दी से पकाते हैं. इन्‍हीं नकली तरह से पकाए गए आमों को ‘नकली’ आम कहा जाता है. दरअसल फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स ऑथोरिटी ऑफ इंडिया ने फलों को कार्बाइड से पकाने के लिए पूरी तरह से बैन किया है. लेकिन देश के कई बाजारों और मंड‍ियों में कैल्सियम कार्बाइड की पुड़‍िया रख-रख कर आम पकाए जा रहे हैं. यानी ज‍िस मौसमी फल को आप सेहत के फायदों के लि‍ए खा रहे हैं, वहीं आपके लि‍ए ‘मीठा जहर’ बन रहा है.

क्‍यों है कार्बाइड से पके आम ‘मीठा जहर’

व‍िशेषज्ञों की मानें तो इस तरह नकली या कृत्रिम तरीके से पकाए गए फल खाने से लिवर, गुर्दे या बड़ी आंत का कैंसर होने तक की संभावना रहती है. कैंसर एक्सपर्ट की माने तो फलों का पकना एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके जरिये फल अपने स्वाद, गुणवत्ता, रंग और प्रकृति एवं अन्य गुणों को प्राप्त करते हैं. प्राकृतिक रूप से पके आम न सिर्फ स्वादिष्ट होते है बल्कि उनके सेहत के भी भरपूर गुण होते हैं. लेकिन आम को पकाने के लि‍ए ज‍िस कैल्सियम कार्बाइड का इस्‍तेमाल हो रहा है, वह वेल्डिंग के दौरान निकलता है. इस तरह के नकली आम खाने से शुरुआत में डायरिया, अल्सर, उल्टी, आंख दर्द, सांस में परेशानी, नींद कम आना जैसी परेशानी हो सकती है. डॉक्‍टरों की मानें तो कैल्सियम कार्बाइड से निकलने वाले एसिटिलीन गैस की गर्मी इतनी ज्यादा होती है कि आम को पकने में 24 घंटे भी नहीं लगते.

मर्दों की शक्‍ति के लिए जरूरी है आम

आम एक ऐसा फल है जो सभी के लिए फायदेमंद है, लेकिन पुरुषों की शक्‍त‍ि के लि‍ए इस फल के बहुत से गुण हैं. आयुर्वेद में मर्दों की सेक्‍शुअल पावर से जुड़ी कई परेशानियों में इलाज के तौर पर आम को बताया गया है. आम का रस दूध में म‍िलाकर पीने से पुरुषों के सीमन में वृद्ध‍ि होती है. इसके अलावा भी ये फल मर्दों की शारीरिक और सेक्‍शुअल हेल्‍थ के लि‍ए बहुत ही जरूरी और फायदेमंद है. आम पुरुषों में पौरुष शक्ति को बढ़ाता है. आम में प्रचुर मात्रा में मौजूद विटामिन ई, सेक्स हार्मोन को रेग्‍युलेट करने काम करता है.

कैसे पहचानें- अगर कारबाइड से टोकरी में पकाया गया है आम है, तो उसका गूदा अंदर से ज्‍यादा पका होता है, जबकि बाहर से वह कम पका होता है. इसके अलावा अगर आम की गुठली ज्‍यादा पकी हुई है, इसका मतलब भी ये आम कार्बाइड से पकाया गया है.

Tags: Eat healthy, Food



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