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Wednesday, September 18, 2024

कब्ज नहीं फिर भी पेट साफ नहीं, बार-बार वॉशरूम जाने की ये असली वजह!

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श्रीनगर गढ़वाल. आजकल के भागदौड़ भरे जीवन में लोगों की जीवनशैली में बदलाव आ रहे हैं. लोगों के खानपान और रहन-सहन में परिवर्तन हो रहा है. ऐसे में डॉक्टरों का कहना है कि हर दूसरा व्यक्ति कब्ज की शिकायत को लेकर अस्पताल पहुंच रहा है. मरीज पेट में दर्द, बार-बार वॉशरूम जाना और पेट साफ न होने की बात कह रहे हैं. ऐसे में कई मरीज कब्ज की दवाइयां खा रहे हैं. उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर निवासी आयुर्वेदाचार्य डॉ सुशांत मिश्रा ने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि पहले मरीज को कब्ज के बारे में जानकारी होना आवश्यक है. अगर आपको मल त्यागने में कठिनाई हो रही है, तो समझ लीजिए आपको कब्ज है. अगर मल त्यागने में कठिनाई नहीं हो रही है और पेट साफ है लेकिन पेट में भारीपन है और हल्कापन नहीं आ रहा है, तो समझ लीजिए आपको अजीर्ण या अपच है.

उन्होंने कहा कि आजकल सभी की जीवनशैली में परिवर्तन आ रहा है. लोग देर से खाना खा रहे हैं. रात को प्रोटीन प्रोडक्ट्स, दाल जैसी हेवी डाइट ले रहे हैं. रात को सोते समय खाने का पाचन धीमा हो जाता है. समय पर खाना न खाना, जब भूख न लगे तब भी दिनभर कुछ न कुछ खाते रहना, जिससे खाने का पाचन धीरे-धीरे होता है या खाने का पाचन नहीं होता है और वॉशरूम के बार-बार चक्कर लगाने पड़ते हैं, जिसे लोग कब्ज समझ लेते हैं. फिर कब्ज और पेट साफ करने की दवा खाने लगते हैं.

रात को लें हल्का भोजन
उन्होंने कहा कि इस समस्या का समाधान दवाइयों से नहीं होता है, इसके लिए टाइम पर भूख लगने पर खाना होता है. रात के खाने में पनीर, दाल जैसे प्रोटीनयुक्त भोजन न लेकर हल्का खाना चाहिए. रात को रोटी, सब्जी खानी चाहिए. अधिकतर लोग समय के हिसाब से बिना भूख लगे ही खाना खाते हैं, जिससे पेट में खाने का पाचन नहीं होता और आप दोबारा खाना खा लेते हैं. जिसके बाद यह सब समस्या पैदा होती है.

इस स्थिति में डॉक्टर से लें सलाह
डॉ सुशांत ने कहा कि अगर शरीर को खाना पचाने का समय नहीं मिलता है, तो उससे आमदोष हो जाता है. लगातार ऐसा होने पर पेट इस बीमारी के दुष्चक्र में फंस जाता है. इसकी पहचान इंडियन स्टाइल टॉयलेट में ही होती है. जब मल चिपचिपा हो जाता और फ्लश करने में दिक्कत होती है, तो समझ लीजिए आप को यह बीमारी हो गई है. तत्काल चिकित्सक के पास जाकर दवाइयों से इसे ठीक किया जा सकता है. इस बीमारी में लापरवाही बरतना खतरनाक हो सकता है.

Tags: Health, Local18, Pauri Garhwal News, Uttarakhand news

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.



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