सनन्दन उपाध्याय/बलिया: धरती पर कई ऐसे करामाती पौधे पाए जाते हैं, जिनके फायदे हैरान करने वाले होते हैं. हालांकि इनके फायदे के बारे में कई लोगों को जानकारी नहीं होती है. कुछ ऐसा ही गुणकारी होता है मदार का पौधा, जो न सिर्फ रोग- विकारों को ठीक करता है, बल्कि खेती किसानी में भी इसका खूब इस्तेमाल किया जाता है. आमतौर पर यह ग्रामीण इलाकों के जंगलों में खूब देखने को मिलता है. खास बात यह है कि यह विषैले पौधे की सूची में आता है और इसकी हाइट भी दो फीट के लगभग होती है. इसे स्थानीय भाषा में आक, आकडा या अर्क भी कहा जाता है. इसकी खेती रूई उत्पादन के लिए प्रख्यात है.
राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय नगर बलिया की चिकित्साधिकारी डॉ. प्रियंका सिंह ने लोकल 18 को बताया कि आयुर्वेद के अनुसार यह एक ऐसा औषधीय पौधा है, जो भारतीय चिकित्सा पद्धतियों में सदियों से उपयोग होता आ रहा है. इसके विभिन्न हिस्सों का उपयोग विभिन्न बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में किया जाता है. इस पौधे का आधुनिक चिकित्सा में भी प्रयोग किया जाता है. मदार का पौधा अनेक लाभ प्रदान करता है, लेकिन अत्यधिक विषैला भी होता है. इसलिए इसके उपयोग से पहले किसी विशेषज्ञ की सलाह लेना अत्यावश्यक है.
दर्द और सूजन में राहत
मदार के पत्तों और जड़ों का उपयोग दर्द और सूजन को कम करने के लिए किया जाता है. ग्रामीण इलाकों में इसके पत्तों का लेप जोड़ों के दर्द और सूजन पर लगाया जाता है, जिससे तुरंत आराम मिलता है. इसके अतिरिक्त, मदार का रस शरीर के विभिन्न हिस्सों में हो रहे दर्द को कम करने में भी सहायक होता है.
त्वचा रोगों का इलाज
मदार का रस या दूध त्वचा रोगों जैसे खुजली, दाद, और एक्जिमा के इलाज में प्रभावी होता है. इसके नियमित उपयोग से त्वचा संक्रमण कम होता है और त्वचा स्वस्थ रहती है. इसके एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा को संक्रमणमुक्त रखते हैं.
–
पाचन में सुधार
पाचन संबंधी समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए मदार का पौधा एक वरदान साबित हो सकता है. मदार के पत्तों का काढ़ा पाचन तंत्र को मजबूत करता है और पेट की समस्याओं जैसे गैस, कब्ज, और अपच में राहत देता है. इसके सेवन से भूख भी बढ़ती है.
सांस संबंधी समस्याएं
खांसी, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी सांस संबंधी समस्याओं के इलाज में मदार का उपयोग कारगर साबित होता है. इसके पत्तों का धुआं सांस की तकलीफ को कम करता है और श्वसन तंत्र को साफ रखता है.
–
बुखार में राहत
मदार के पत्तों का रस बुखार में आराम देने के लिए उपयोग किया जाता है. इसे माथे पर लगाने से शरीर का तापमान नियंत्रित होता है और मरीज को राहत मिलती है.
–
दांतों और मसूड़ों के लिए लाभकारी
मदार के पत्तों का रस दांतों और मसूड़ों की समस्याओं जैसे पायरिया, मसूड़ों में सूजन और दांतों के दर्द में भी राहत देता है. इसके नियमित उपयोग से दांत मजबूत रहते हैं और संक्रमण से मुक्त रहते हैं.
कैंसर के उपचार में संभावित लाभ
हाल ही में हुए कुछ अध्ययनों में यह पाया गया है कि मदार के पौधे में कैंसर विरोधी गुण होते हैं. हालांकि, इसके उपयोग के लिए चिकित्सा विशेषज्ञ से परामर्श लेना आवश्यक है.
कीटनाशक गुण
मदार का रस कीटनाशक के रूप में भी उपयोग किया जाता है.इसे फसलों पर छिड़कने से कीटों का प्रकोप कम होता है और फसल की सुरक्षा बढ़ती है.
नोटः इसका अधिक सेवन करने से उल्टी, दस्त, मचली और चक्कर आना इत्यादि गंभीर समस्या हो सकती है इसलिए किसी भी परिस्थिति में आयुर्वेद चिकित्सक से सलाह लेकर ही इसका सेवन करें. अन्यथा की स्थिति में बेहद हानिकारक भी हो सकता है. आंखों से तो इसे कोसो दूर रखना चाहिए यह आंख की रोशनी तक को खत्म कर सकता है.
Tags: Health benefit, Health tips, Hindi news, Local18
FIRST PUBLISHED : July 10, 2024, 14:53 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.